लुधियाना: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान द्वारा 16 नवंबर को शहीद करतार सिंह सराभा के शहीदी दिवस के अवसर पर पी.ए.यू. कैंपस में नशे के खिलाफ एक बड़ी साइकिल रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। इस आयोजन के लिए 20 हजार से ज्यादा प्रतिभागियों के शामिल होने की बात कही जा रही है। रैली को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि हम सभी ने मिल-झुल पंजाब को नशा मुक्त बनाना है। आज शहीद करतार सिंह सराभा जी के शहीदी दिवस के अवसर पर युवाओं को प्रेरित करने के लिए ‘नशा विरोधी साइकिल रैली’ निकाली जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने करतार सिंह सराभा के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उस समय करतार सिंह सराभा कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय में पायलट कोर्स के लिए आये थे। जब वे पंजाब आए और गदरी बाबाओं से मेल मिलाप किया तो उन्होंने अपना जीवन देश के लिए समर्पित कर दिया। उन्होंने कहा कि करतार सिंह सराभा के शहीदी दिवस पर छुट्टी पिकनिक मनाने के लिए नहीं की गई है, बल्कि इसलिए की गई है कि आज बच्चे अपने माता-पिता से पूछेंगे कि आज स्कूल में छुट्टी क्यों है, तो माता-पिता बच्चों को बताएंगे कि करतार सिंह सराभा ने देश की आजादी के लिए बलिदान दिया था, जिसके चलते आज उनके शहादत दिवस पर स्कूलों में छुट्टी घोषित की गई है।
उन्होंने कहा कि आज पहली बार अखबारों में करतार सिंह सराभा जी और उनके 7 अन्य साथियों की तस्वीरें भी छपी हैं। कुल 8 लोगों को फांसी दी गई और 7 लोगों से कभी किसी ने पूछा ही नहीं है। मुख्यमंत्री ने कहा कि शहीदों को पता था कि आजादी आएगी पर इसके बाद देश किस हाथ जाएगा, इस बात का उसे डर था। उन्होंने लोगों से शहीदों का डर ख़त्म करने को कहा और पंजाब को एक समृद्ध और रंगीन पंजाब बनाने को कहा। अब पंजाब प्रगति की ओर बढ़ रहा है। युवाओं को रोजगार मिल रहा है। उन्होंने पंजाब पुलिस के बारे में घोषणा करते हुए कहा कि पंजाब पुलिस में हर साल भर्ती करेगी और युवा नशे से दूर रहकर अपने काम पर ध्यान दें, पंजाब सरकार उनके साथ खड़ी है।