उत्तराखंड से लेकर राजस्थान और सुदूर दक्षिण के राज्य तमिलनाडु, केरल से लेकर पूर्वोत्तर के राज्यों में बारिश का कहर जारी है। रेड अलर्ट के बीच मंगलवार को पूर्वी राजस्थान में मूसलाधार बारिश हुई और कई इलाके जलमग्न हो गए। पहाड़ी राज्यों में भी भारी वर्षा हो रही है और कश्मीर में बालटाल और पहलगाम दोनों ही मार्ग से अमरनाथ यात्रा रोक दी गई है। हिमाचल में जगह-जगह भूस्खलन से राष्ट्रीय राजमार्ग समेत 213 रास्तों पर वाहनों की आवाजाही बंद है और उत्तराखंड में भी पहाड़ टूटकर सड़कों पर गिरे हैं और यातायात बाधित हुआ है। मौसम विभाग की माने तो अगले सात दिन हालात में बहुत बदलाव भी नहीं आने वाला है क्योंकि पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र से लेकर पूर्व, पूर्वोत्तर और दक्षिण के कई राज्यों में इस दौरान भारी से बहुत भारी बारिश होने का अनुमान है।भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, बीते 24 घंटे में पूर्वी राजस्थान, उत्तराखंड, पूर्वी उत्तर प्रदेश, असम, मेघालय, केरल और तमिलनाडु में अलग-अलग स्थानों पर अत्यधिक वर्षा दर्ज की गई। इस दौरान हिमाचल प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश, झारखंड, गुजरात क्षेत्र, पश्चिमी राजस्थान, नगालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा के साथ ही पश्चिमी मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल के गंगा के किनारे वाले इलाकों में भी विभिन्न स्थानों पर भारी बारिश हुई। राजस्थान में तो पिछले तीन दिनों से अत्यधिक वर्षा हो रही है और कम से कम 22 लोगों की जान जा चुकी है।मौसम विभाग ने भारी बारिश को लेकर रेड अलर्ट जारी किया था, जिसके चलते दौसा, करौली, बारन, बुंदी, कोटा, टोंक, धौलपुर और जयपुर जिलों में स्कूलों में छुट्टियां घोषित कर दी गई थी। जम्मू-कश्मीर में खराब मौसम के कारण अमरनाथ यात्रा दो दिन पहले बालटाल के रास्ते रोकी गई थी। मंगलवार को पहलगाम के रास्ते से भी अमरनाथ यात्रा रोकने का फैसला किया गया। प्रशासन ने अभी दो दिन के लिए यात्रा रोकी है और उसके बाद मौसम की स्थिति को देखते हुए फैसला किया जाएगा। यात्रा रोके जाने से देशभर से आए श्रद्धालुओं में निराशा है। आधार शिविर में बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे हैं। हालांकि, उन्हें जल्द यात्रा शुरू होने की उम्मीद भी है। 29 जून को शुरू हुई अमरनाथ यात्रा 52 दिन बाद 19 अगस्त को रक्षाबंधन के दिन समाप्त होगी।

    दिल्ली में बारिश का अलर्ट
    दिल्ली-एनसीआर में बीते कई दिनों से बारिश का सिलसिला जारी है। किसी दिन रिमझिम बारिश तो किसी दिन तेज बारिश भिगो रही है। भले ही बारिश ने मौसम को सुहावना कर दिया है लेकिन यह बारिश स्वतंत्रता दिवस समारोह में खलल डाल सकती है। दरअसल मौसम विभाग ने 14 अगस्त से 16 अगस्त तक बारिश का यलो अलर्ट जारी किया है। इस दौरान मध्यम से तेज बारिश का अनुमान है। उसके बाद बारिश कुछ हल्की होगी।

    रुद्रनाथ जा रहा श्रद्धालु खाई में गिरा, गंभीर
    चतुर्थ केदार रुद्रनाथ ट्रैक पर एक श्रद्धालु अचानक गहरी खाई में जा गिरा। केदारनाथ वन्यजीव प्रभाग के कर्मियों ने घायल श्रद्धालु का रेस्क्यू कर देवदर्शनी बुग्याल तक पहुंचाया। जहां से उसे हेलिकॉप्टर से देहरादून भेजा गया। घायल श्रद्धालु की पहचान हरियाणा के फरीदाबाद निवासी अंकित शर्मा के रूप में हुई है जो अपने दोस्त शिवम गुप्ता के साथ रुद्रनाथ मंदिर के दर्शन के लिए जा रहे थे।

    फ्लडवॉच इंडिया एप लॉन्च देगा देश में बाढ़ की जानकारी
    जल शक्ति मंत्री सीआर पाटिल ने ‘फ्लडवॉच इंडिया’ मोबाइल एप के संस्करण 2.0 को लॉन्च किया। इस एप के माध्यम से देश भर में बाढ़ की स्थिति की अधिक व्यापक और विस्तृत जानकारी मिल सकेगी। इस एप का पहला संस्करण पिछले साल लॉन्च किया गया था, जिसमें देश के 200 निगरानी स्टेशनों से बाढ़ का पूर्वानुमान मिलता था। दूसरे संस्करण में एप का दायरा बढ़ गया है और यह देश भर के 592 बाढ़ निगरानी स्टेशनों से बाढ़ की वास्तविक जानकारी मुहैया कराता है।

    बालटाल रूट को बारिश से भारी नुकसान
    श्री अमरनाथ यात्रा को मंगलवार दूसरे दिन भी स्थगित किया गया। बालटाल रूट से किसी भी यात्री को पवित्र गुफा के लिए नहीं भेजा गया। बताया जाता है कि गत रविवार को बारिश से बालटाल रूट को नुकसान हुआ है। अनाधिकारिक तौर पर पहले ही पहलगाम रूट से यात्रा बंद कर दी गई है। 14 और 15 अगस्त को सुरक्षा कारणों से भी यात्रा स्थगित रखी जा सकती है। अब तक 5.10 लाख श्रद्धालुओं ने बाबा बर्फानी के दर्शन किए हैं। आधार शिविर भगवती नगर जम्मू से पहले ही श्रद्धालुओं के जत्थे को नहीं भेजा जा रहा है। सभी श्रद्धालु सीधे ही बालटाल बेस कैंप तक पहुंच रहे हैं। सूत्रों के अनुसार बालटाल रूट के लिए वहां पहुंचे श्रद्धालुओं को आगे पवित्र गुफा के लिए नहीं भेजा जा रहा है। वहीं, महंत दीपेंद्र गिरि के नेतृत्व में छड़ी मुबारक स्वामी अमरनाथ जी बुधवार सुबह 10 बजे महादेव गिरि दशनामी अखाड़ा ट्रस्ट भवन से मुख्य मार्ग के लिए पवित्र अमरनाथ के मंदिर के लिए रवाना होगी। संवाद

    उधर, श्री अमरनाथ बर्फानी लंगर संगठन (साबलो) ने श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड को पत्र लिखकर यात्रा को स्थगित रखने पर स्पष्ट करने के लिए कहा है। संगठन के अध्यक्ष राजन गुप्ता, महासचिव एच के चुग, वित्त सचिव विजय मेहरा, पीआरओ पंकज सोनी और फकीर चंद वर्मा, पहलगाम-पवित्र गुफा मार्ग के मार्ग समन्वयक ने कहा ऐसी सूचना है कि बिना कोई ठोस कारण के दोनों रूट से यात्रा बंद कर दी गई है। इससे आखिरी जत्थों में जाने वाले यात्रियों को परेशानी हो रही है। बोर्ड को देश-विदेश के श्रद्धालुओं के लिए यात्रा पर स्थिति को स्पष्ट करना चाहिए। ऐसी परिस्थितियों में बालटाल-पवित्र गुफा व पहलगाम-पवित्र गुफा मार्ग पर सेवाएं प्रदान कर रहे सेवा प्रदाताओं और भंडारे वालों में भ्रम की स्थिति बनी हुई है। जो भंडारे वाले यात्रियों के न आने के कारण अपना संचालन बंद करना चाहते हैं, उन्हें बिना किसी विलंब के एनओसी जारी करते हुए वापस भेजा जाए। यह पहली बार नहीं है, 2023 के दौरान भी पहलगाम, चंदनवाड़ी-पवित्र गुफा मार्ग के यात्रियों को बालटाल की ओर मोड़ दिया गया था। उन्होंने कहा कि बोर्ड के अधिकारी न तो अपने मोबाइल फोन पर की गई हमारी कॉल रिसीव कर रहे हैं और न ही कॉल बैक कर रहे हैं। श्री अमरनाथ जी श्राइन बोर्ड के अधिकारी संपर्क कर कोई उचित जानकारी नहीं दे रहे हैं।
    2008