गाजियाबाद में पुलिस के साथ मुठभेड़ में 25,000 रुपये का इनामी कुख्यात अपराधी मारा गया। अधिकारियों के अनुसार, पुलिस ने मसूरी थाना क्षेत्र में एक चौकी स्थापित की थी और रविवार देर रात मोटरसाइकिल पर आ रहे दो लोगों को रुकने का निर्देश दिया था। मोटरसाइकिल पर सवार दो व्यक्ति भागने लगे और पुलिस पर गोलियां चला दीं, जिससे एक उप-निरीक्षक घायल हो गया।
एक अधिकारी ने बताया कि जवाबी गोलीबारी में उनमें से एक घायल हो गया जबकि दूसरा भागने में सफल रहा। एक अधिकारी ने बताया कि घायल को अस्पताल ले जाया गया जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। मृतक की पहचान जितेंद्र के रूप में हुई है और उसके खिलाफ 12 मामले दर्ज थे।
वह 27 अक्टूबर को लूट के एक मामले में फरार था, जिसमें छात्र की मौत हो गयी थी. पुलिस ने बताया कि उसकी गिरफ्तारी पर 25,000 रुपये का इनाम घोषित किया गया था। मृतक की पहचान जितेंद्र के रूप में हुई है। पुलिस के अनुसार, जितेंद्र और उसके सहयोगी ने बीटेक प्रथम वर्ष की छात्रा कृति से मोबाइल फोन छीन लिया था, जब वह गाजियाबाद में अपने हॉस्टल वापस जा रही थी।
कृति ऑटो से गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गई। उन्होंने बताया कि उसे एक अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान रविवार दोपहर उसकी मौत हो गई कीर्ति सिंह गाजियाबाद के ABES कॉलेज में बीटेक प्रथम वर्ष की छात्रा थी।
घर आते समय कीर्ति ऑटो पर किनारे की तरफ बैठी हुई थी. लुटेरों की नजर उसके मोबाइल पर थी। इसी बीच मसूरी थाना क्षेत्र के डासना फ्लाईओवर के पास NH-9 पर बाइक सवार बदमाशों ने उसका मोबाइल छीनने की कोशिश की लेकिन कीर्ति ने पूरी ताकत से विरोध किया और बदमाशों ने झटका देकर उसे ऑटो से नीचे घसीट लिया इसके बाद कीर्ति 15 मीटर तक सड़क पर घिसटती रही. फिर भी उसने हार नहीं मानी। लुटेरे उसे कुछ दूर तक घसीटते हुए ले गए और इस दौरान उसके सिर में गंभीर चोट आ गई जिससे वो बुरी तरह घायल हो गई और उसके साथ चल रही सहेली ने उसे अस्पताल पहुंचाया जहां कीर्ति सिंह के शरीर में दो फ्रैक्चर निलके। ऑटो से सिर के बल गिरने के कारण सिर की हड्डी टूट गई थी और कीर्ति ने अस्पताल में 48 घंटे तक जिंदगी की जंग लड़ते हुए हार गई और इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।