फ़िरोज़पुर (जतिंदर पिंकल): भारत-पाकिस्तान विभाजन यद्यपि 78लगभग एक साल बीत गया लेकिन बंटवारे का दर्द अब भी है वहाँ हैं विशेषकर दोनों पंजाबों के विभाजन से पीड़ित लोग आज भी गाँवों में रह रहे हैं। ऐसी ही कहानी है आज ग़दर 1947 की – एक जुदाई। कमल द्रविड़ द्वारा लिखित और निर्देशित इस फिल्म में जहां लोगों का बिछड़ना, प्यार का बंटवारा दिखाया गया है, वहीं धर्म के ठेकेदारों द्वारा की जाने वाली हत्याओं को भी बखूबी फिल्माया गया है. आज यहां सिल्वर बर्ड सिनेमा में फिल्म के प्रीमियर पर बीएसएफ के डीआइजी पवन बजाज, फिरोजपुर ग्रामीण के विधायक रजनीश दहिया, काउंटर इंटेलिजेंस एआईजी लखबीर सिंह, गौरव भास्कर, प्रोफेसर एसएन रुद्र, डॉ. अनिल बागी, हर्ष भोला। उद्योगपति समीर मित्तल, अमृतपाल सोढ़ी , आदि धर्म के आनंद रक्षक, अमरजीत भोगल, मनी सरपंच, समा मुदका, हरिंदर भुल्लर, अवतार भुल्लर, राजिंदर गिल आदि मौजूद थे। फिल्म के कलाकार गुरमीत साजन, हैरी सचदेवा, गामा सिद्धु, लंकेश कमल, लव गिल, चांद बजाज, शाह सिस्टर्स, गुरजंत भुल्लर, रवनजीत कौर, सुरिंदर संधू, संगीत कमल गरिमामय तरीके से पहुंचे। कमल द्रविड़ ने कहा कि वह एक साधारण परिवार से आते हैं और उनका एक सपना था जो आज सच हो गया। उन्होंने कहा कि यह कहानी विभाजन के दौरान विस्थापित हुए हर परिवार की है। फिल्म का संगीत लंकेश कमल ने तैयार किया है और गायक रानी रणदीप, शाह सिस्टर्स, अमरेंद्र बॉबी, अनंतपाल बिल्ला, नवनीत मान, पवन द्रविड़, लंकेश, चांद बजाज हैं।