पंजाब डेस्क: हेड कांस्टेबल दर्शन सिंह की हत्या मामले में बरनाला पुलिस को बड़ी कामयाबी हासिल हुई है। पुलिस टीम ने 24 घंटे में मुख्य आरोपी सहित 4 हत्यारों को गिरफ्तार कर लिया है जिसकी जानकारी बरनाला पुलिस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके दी है। उन्होंने बताया कि पूरी टीम को वाटेंड क्रिमिनलों की तलाश करने के लिए लगा दिया गया था। दशहरे के चलते शहर में पेट्रोलिंग व नाकाबंदी की गई थी। पुलिस टीम नाका लगाकर पेट्रोलिंग कर रही थी। इस दौरान उन्होंने एक गाड़ी को हाथ दिया लेकिन वह नहीं रुकी। मार देने की नीयत से गाड़ी ऊपर चढ़ाने की कोशिश की गई। साइड होने की कोशिश में उनकी गाड़ी का संतुलन बिगड़ गया। इसी बीच उन्होंने पुलिस पार्टी पर हमला कर दिया। रात को पुलिस ने पूरा एनकाउंटर किया। एनकाउंटर के बाद आरोपियों को काबू कर लिया जाता है। एनकाउंटर के समय एक गोली परमजीत उर्फ पम्मा जो हेड कांस्टेबल दर्शन सिंह का मुख्य आरोपी था, के पैर में लगी जिससे वह बुरी तरह घायल हो गया।

    हेड कांस्टेबल दर्शन सिंह का मुख्य आरोपी के गोली लगने के कारण अस्पताल में उपचाराधीन है। बाकी गुरमीत सिंह चीमा, वजीर सिंह, राजा रायसर को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है। आरोपी से एक अवैध पिस्तौल व 2 जिंदा कारतूस भी बरामद हुए हैं। पुलिस ने अवैध हथियारों को भी रजिस्टर कर लिया है। जांच होगी यह अवैध हथियार और जिंदा कारतूस कहां से आए। आरोपियों को अदालत में पेश किया जाएगा और उनका रिमांड हासिल किया जाएगा और गहराई से पूछताछ होगी। पुलिस ने बताया कि शहीद दर्शन सिंह के परिवार को सरकार की ओर से 1 करोड़ रुपए की राशि दी जाएगी। एच.डी.एफ.सी. की ओर से भी 1 करोड़ की बीमा राशि दी जाएगी। शहीद के परिवार को जो भी मदद चाहिए पुलिस की ओर से की जाएगी।

    वहीं प्रेस कॉन्फ्रेंस दौरान पुलिस ने बताया कि 22 अक्तूबर को रेस्टोरेंट से हेल्पलाइन 112 नंबर पर कॉल आती है तो हेड कांस्टेबल दर्शन सिंह रेस्टोरेंट में जाता है जहां बिल को लेकर विवाद चल रहा था। इस दौरान कबड्डी खिलाड़ियों की पुलिस वालों से बहस हो गई और उन्होंने दर्शन सिंह को जमीन पर पटक दिया और सिर पर चोट लगी। पुलिस ने कहा कि दर्शन सिंह को पहले थाने में लाया गया और एफ.आई.आर. दर्ज की गई। इसके बाद उसे अस्पताल ले जाया गया जहां उन्होंने दम तोड़ दिया।