कोरोना ने एक फिर लोगों की टेंशन बढ़ा दी है. देश में इसके सब वैरिएंट JN.1 का खतरा बरकरार है. अब तक 10 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में कोरोना के जेएन.1 सब वैरिएंट के मामले सामने आए हैं. सबसे ज्यादा मामले केरल से सामने आए हैं.

    देश में कोरोना के मामलों में लगातार इजाफा हो रहा है. देश में अब तक कोरोना के सब वैरिएंट JN.1 के 263 मामले सामने आए हैं. इनमें सबसे ज्यादा मामले केरल में दर्ज किए गए हैं. केरल में JN.1 के 133 मामले सामने आए हैं. दूसरे नंबर पर गोवा है, जहां पर JN.1 के 51 मामले दर्ज किए गए हैं. इसके अलावा कोरोना के मामलों में भी बढ़ोतरी हुई है.

    इंसाकोग के मुताबिक, अब तक 10 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में कोरोना के जेएन.1 सब वैरिएंट के मामले सामने आए हैं. केरल (133), गोवा (51), गुजरात (34), दिल्ली (16), कर्नाटक (8), महाराष्ट्र (9), राजस्थान (5), तमिलनाडु (4), तेलंगाना (2) और ओडिशा में एक मामले हैं. दिसंबर में देश में सामने आए कोरोना के कुल मामलों में 179 मामले इंसाकोग के थे, जबकि नवंबर में ऐसे मामलों की संख्या 24 थी.

    डब्ल्यूएचओ ने कोरोना के JN.1 सब वैरिएंट के तेजी से बढ़ते मामलों के बीच इसे ‘वैरिएंट ऑफ इंटरेस्ट’ बताया है. इसके साथ ही डब्यूएचओ ने कहा कि यह वैरिएंट वैश्विक जनस्वास्थ्य के लिए ज्यादा खतरा नहीं है. हालांकि, हाल के दिनों में कई देशों से कोरोना के इस सब वैरिएंट के मामले सामने आए हैं. वैश्विक स्तर पर इसका प्रसार तेजी से बढ़ा है.

    कोरोना के 573 नए मामले

    बता दें कि मंगलवार को देश में कोरोना के 573 नए मामले सामने आए. इसके साथ ही देश में इस समय सक्रिय मामलों की संख्या 4565 हो गई है. हालांकि, सोमवार के मुकाबले नए मामलों की संख्या कम है. सोमवार को 636 मामले सामने आए थे जबकि मरीजों की संख्या 4394 थी. बता दें कि 21 से 27 दिसंबर के दौरान देश में कोविड के 4452 केस आए थे.

    JN.1 वेरिएंट के लक्षण?

    अगर कोरोना के JN.1 वेरिएंट की बात करें तो इसके संक्रमितों में फ्लू जैसे लक्षण ही दिख रहे हैं. मरीजों को खांसी, बुखार और जुकाम की शिकायत हो रही है. सांस लेने में परेशानी के मामले नहीं दिख रहे हैं. अस्पतालों में वही मरीज भर्ती हो रहे हैं, जिन्हें पहले से कोई दूसरी गंभीर बीमारी है. मौतें भी उन लोगों की हो रही है जिनको लिवर, किडनी या हार्ट की गंभीर बीमारी है.