बाढ़ से होने वाले नुकसान को रोकने के लिए मरम्मत कार्य जरूरी:फिरोजपुर वासी
फिरोजपुर, ( जतिंदर पिंकल ): पिछले वर्ष जून-जुलाई में दरिया में आई बाढ़ के कारण गांव अलीके और हबीबके के साथ लगते बांध को काफी नुकसान पहुंचा था। इसके साथ ही जहां पूरे पंजाब में भारी नुकसान हुआ, वहीं सीमावर्ती जिले में सतलुज दरिया से सटे इलाकों में भी बहुत भारी नुकसान हुआ। इस संबंध में फिरोजपुर निवासियों ने बताया कि बंाध पर जो भी नोचें थी या तो वह बैठग गई है या पानी में बह गई है। इसलिए हमारी सरकार से मांग है कि समय से पहले इनकी मरम्मत कराई जाए, अगर दरिया में पानी दौबारा बढ़ा तो कम से कम 200 गांवों को नुकसान होगा और फिरोजपुर शहर, छावनी को भी काफी नुकसान हो सकता है। उन्होंने कहा कि हमारे शहर को पहले से ही पिछड़ा शहर कहा जाता है, लेकिन अगर हमारे शहर में बाढ़ आती है, तो हमारा आर्थिक नुकसान बहुत बड़े स्तर पर हो सकता है। उन्होंने कहा कि 1988 में जब पानी आया था तो कुछ लोग आज भी उस नुकसान से प्रभावित हैं, कुछ लोगों की जमीनें क्षतिग्रस्त हो गईं और कुछ के घर क्षतिग्रस्त हो गए, कई लोग पानी में बह जाने के कारण मर गए। पंजाब सरकार को चाहिए है कि वहां पर पत्थर की व्यवस्था की जाए, नोचों को मजबूत किया जाए। जहां-जहां भी बांध को नुकसान हुआ है, वहां मिट्टी डाली जाए। जानकारी अनुसार उक्त मुद्दे को लेकर शहर वासियों ने सूरज कुमार सहायक उपायुक्त, फिरोजपुर को एक मांग पत्र सौंपा और पंजाब सरकार से मांग की कि यह काम बिना किसी देरी के शुरू किया जाए, तांकि पूरा क्षेत्र पहले की तरह किसी भी बड़े खतरे और नुकसान से बच सके। इस मौके पर सुरजीत नंबरदार, बलिहार सिंह पूर्व एमसी, बलराज सिंह नंबरदार, राजपाल सिंह, अमरजीत सिंह सरपंच हबीबके, अमरो बाई सरपंच अलीके, मनदीप कौर सरपंच बस्ती हबीबके, गुरुमीत सिंह, दलजीत सिंह, जागीर सिंह, मंजीत सिंह, जरनैल सिंह आदि बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।