पंजाब और हरियाणा सीमा पर किसानों का आंदोलन जारी है। शुक्रवार को एक और किसान की मौत हो गई है। वहीं बुधवार को नौजवान किसान शुभकरण सिंह ने भी आंदोलन में अपनी जान गंवाई थी। पंजाब के किसान संगठन दिल्ली कूच को निकले हैं। मगर हरियाणा पुलिस ने उन्हें सीमा पर ही रोक लिया है।

    खनौरी बॉर्डर पर एक और किसान की मौत हो गई। मृतक किसान दर्शन सिंह (62) बठिंडा के गांव अमरगढ़ के रहने वाले थे। बताया जा रहा है कि आंसू गैस की चपेट में आने से उनकी जान गई है। किसान दर्शन सिंह ने कुछ दिन पहले ही अपने बेटे की शादी की थी। पिछले कई दिनों से खनौरी बार्डर पर डटे थे।

    दर्शन सिंह अपने पीछे एक बेटा और एक बेटी को छोड़ गए हैं। किसान ने अपनी बेटी की शादी करीब आठ वर्ष पहले कर दी थी और इकलौते बेटे की शादी कुछ दिन पहले की थी। इसके बाद वह किसान आंदोलन में शामिल होने खनौरी बॉर्डर आ गए थे। ग्रामीणों के अनुसार मृतक किसान दर्शन सिंह के पास आठ एकड़ जमीन थी। उन पर पांच लाख रुपये से अधिक का कर्ज था।

    खनौरी बॉर्डर पर किसानों ने बताया कि दर्शन सिंह भी अन्य किसानों की तरह हरियाणा पुलिस का सामना कर रहे थे। पुलिस ने गोले फेंके। इनके धुएं की चपेट में आने से दर्शन सिंह की तबीयत बिगड़ गई और कुछ समय बाद मौत हो गई। किसान हरविंदर सिंह ने बताया कि मृतक किसान के शव को पटियाला के राजिंदरा अस्पताल में रखा गया है। जहां पर उनका पोस्टमार्टम करने के बाद शव को परिजनों के हवाले कर दिया जाएगा।

    गांव में छाया मातम

    शुक्रवार को सुबह जैसे ही किसान दर्शन सिंह की मौत की सूचना गांव पहुंची तो शोक की लहर छा गई। ग्रामीणों के अनुसार किसान दर्शन सिंह पिछले किसान आंदोलन में भी भाग लेने दिल्ली गए थे। इस बार 13 फरवरी से लगातर खनौरी बॉर्डर पर डटे थे।