रविवार सुबह मुंबई के बांद्रा वेस्ट स्थित सलमान खान के गैलेक्सी अपार्टमेंट में हुई फायरिंग मामले में अब पुलिस को फायरिंग करने वाले और करवाने वाले को लेकर पुख्ता जानकारी मिल चुकी है. फायरिंग करवाने की जिम्मेदारी लॉरेंस बिश्नोई गैंग के अनमोल बिश्नोई, गोल्डी बराड़ और रोहित गोदारा ने ली है. अपने एक फेसबुक पोस्ट में अनमोल बिश्नोई ने माना है कि सलमान खान के घर फायरिंग लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने ही पुरानी दुश्मनी के चलते करवाई है.
कैसे हुई शूटर्स की पहचान
सूत्रों के मुताबिक, पहले तो पुलिस ने भी उस फेसबुक पोस्ट को इतना गंभीरता से नहीं लिया था, लेकिन जब सीसीटीवी में शूटर्स के चेहरे साफ दिखाई, तो सारी कड़ियों को जोड़ने के बाद पुलिस इस नतीजे पर पहुंची कि सलमान पर फायरिंग करने वाला विशाल उर्फ कालू था. रोहित गोदारा गैंग से ताल्लुक रखने वाले विशाल ने पिछले दिनों रोहतक के एक स्क्रेप कारोबारी सचिन गोदा की हत्या की थी, जिसका सीसीटीवी और हत्या की जिम्मेदारी लेने वाला पोस्ट भी सोशल मीडिया पर आ गया था.
कब दिए गए सलमान के घर फायरिंग के आदेश
रोहित गोदारा गैंग से जुड़े दोनों आरोपियों ने जब से रोहतक में कारोबारी सचिन की हत्या की थी उसके बाद से ही दोनों फरार थे. उसी दौरान इन्हें सलमान के घर फायरिंग करने के आदेश दे दिए गए थे, जिसके पीछे दो मकसद थे पहला सलमान खान को इस बात का एहसास दिलाना कि वो लॉरेंस बिश्नोई गैंग की पहुंच से ज्यादा दूर नहीं है.
क्या है सलमान के घर फायरिंग कराने की वजह
दूसरी ओर सबसे बड़ी वजह यह है कि मुंबई के दौलतमंदों से मोटी एक्सटॉर्शन वसूलना, सुरक्षा एजेंसियों के सूत्रों की मानें तो यही वजह है कि सलमान खान के घर फायरिंग करने के बाद कबूलनामे का जो फेसबुक पोस्ट सोशल मीडिया पर शेयर किया गया उसमें अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम का भी नाम लिखा था. सुरक्षा एजेंसियों को लगता है कि दाऊद का नाम लिखने के पीछे की सबसे बड़ी वजह ये बताने की है कि अब मुंबई में दाऊद की कोई हैसियत नहीं है. सुपरस्टार सलमान के घर फायरिंग करवाकर लॉरेंस बिश्नोई गैंग मुंबई को एक्सटॉर्शन की एक बड़ी मार्किट के तौर पर देख रहा है.
पुलिस का यह भी मानना है कि इतनी बड़ी वारदात को अंजाम देने के बाद उसे कबूल करने की वजह है कि अरोपियों के विदेशों में बैठे होना, क्योंकि ये गैंगस्टर जानते हैं कि कानून के लंबे हाथ उन तक आसानी से नहीं पहुंच सकते. वो अक्सर छोटे-मोटे अपराधों में शामिल लड़को को अपनी गैंग में रिक्रूट करते और उनके द्वारा अपने दुश्मनों को ठिकाने लगवाते हैं. वारदात को अंजाम देने के लालच में शूटर्स को भरोसा दिलाया जाता कि काम हो जाने के बाद उन्हें भी विदेश बुला लिया जाएगा. बस इसी लालच में आज के नौजवान किसी भी बड़ी वारदात को अंजाम देने से नहीं हिचकते.