भारतीय रेलवे ने आगामी श्रावण मास को देखते हुए महत्वपूर्ण फैसला लिया है। वाराणसी से उज्जैन के लिए जाने वाली वाराणसी इंदौर सुपरफास्ट एक्सप्रेस और काशी महाकाल वाराणसी इंदौर सुपरफास्ट एक्सप्रेस में चार जनरल बोगी की सुविधा बढ़ाई गई है।भारतीय रेलवे ने आगामी श्रावण मास को देखते हुए महत्वपूर्ण फैसला लिया है। वाराणसी से उज्जैन के लिए जाने वाली वाराणसी इंदौर सुपरफास्ट एक्सप्रेस और काशी महाकाल वाराणसी इंदौर सुपरफास्ट एक्सप्रेस में चार जनरल बोगी की सुविधा बढ़ाई गई है।बाबा विश्वनाथ से महाकाल के द्वार तक की यात्रा अब और सुगम होने जा रही है। भारतीय रेलवे ने आगामी श्रावण मास को देखते हुए एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। वाराणसी से उज्जैन के लिए जाने वाली ट्रेन नंबर 20415/20416 वाराणसी इंदौर सुपरफास्ट एक्सप्रेस और ट्रेन नंबर 20413/20414 काशी महाकाल वाराणसी इंदौर सुपरफास्ट एक्सप्रेस में चार जनरल बोगी की सुविधा बढ़ाई गई है। लंबे समय से यात्री इसकी डिमांड कर रहे थे।दरअसल, हर माह वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर और उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में लाखों की संख्या में शिव भक्त पहुंचते हैं। ऐसे में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए वाराणसी से उज्जैन के लिए काशी-महाकाल एक्सप्रेस ट्रेनें चलाई जाती है। श्रावण मास और अन्य त्योहार पर इस ट्रेन में श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ जाती है। वहीं कई बार यात्रियों को कंफर्म टिकट भी नहीं मिलता है। ऐसे में यात्रियों परेशानी को देखते हुए रेलवे ने इस ट्रेन में अतिरिक्त कोच लगाने का निर्णय लिया है। इसकी मदद से अब और अधिक संख्या में शिवभक्त वाराणसी और उज्जैन दर्शन के लिए पहुंच सकेगे।ट्रेन नंबर 20415 वाराणसी इंदौर सुपरफास्ट एक्सप्रेस हफ्ते में एक दिन सोमवार को वाराणसी से दोपहर 3.15 बजे चलती है। ये ट्रेन प्रयागराज, फतेहपुर, गोविंदपुर, ओरई, वीरांगना लक्ष्मीबाई जंक्शन (झांसी), बीना, संत हिरदाराम नगर, उज्जैन होते हुए अगले दिन सुबह 9.5 बजे इंदौर स्टेशन पहुंचती है। जबकि ट्रेन नंबर 20416 इंदौर वाराणसी सुपरफास्ट एक्सप्रेस भी हफ्ते में एक दिन सोमवार को सुबह 10.15 बजे इंदौर से शुरू होती है। ये उज्जैन, बीना, वीरांगना लक्ष्मीबाई जंक्शन (झांसी), प्रयागराज होते हुए अगले दिन सुबह सवा तीन बजे वाराणसी पहुंचती है।

    इसके अलावा ट्रेन नंबर 20413 काशी महाकाल वाराणसी इंदौर सुपरफास्ट एक्सप्रेस हफ्ते में दो दिन मंगलवार और गुरुवार को वाराणसी से चलती है। ये ट्रेन वाराणसी स्टेशन से दोपहर 2.45 बजे रवाना होती है। सुल्तानपुर, लखनऊ चारबाग स्टेशन, कानपुर सेंट्रल, वीरांगना लक्ष्मीबाई जंक्शन (झांसी), बीना, संत हिरदाराम नगर, उज्जैन होते हुए अगले दिन सुबह 9 बजे इंदौर पहुंचती है। जबकि ट्रेन नंबर 20414 भी हफ्ते में दो दिन बुधवार और शुक्रवार को इंदौर से चलती हैं। ये ट्रेन सुबह 10.15 बजे इंदौर से वाराणसी के लिए रवाना होती है। ये उज्जैन, बीना, वीरांगना लक्ष्मीबाई जंक्शन (झांसी), कानपुर सेंट्रल, लखनऊ चारबाग स्टेशन, सुल्तानपुर होते हुए अगले दिन सुबह 5 बजे वाराणसी पहुंचती है।रेलवे ने 16 कोच की इन दोनों ट्रेनों में आम यात्रियों के लिए चार जनरल कोच लगाए गए हैं। अब इसमें कोच की संख्या 20 हो गई है। इसमें पहले स्लीपर, थर्ड एसी और एसी द्वितीय का ही कोच होता था और केवल आरक्षित टिकट वाले यात्री ही यात्रा कर पाते थे। अतिरिक्त लगाए जाने वाले 4 कोच जनरल डिब्बे हैं। इसकी मदद से जनरल टिकट वाले यात्रियों को वाराणसी और उज्जैन जाने में काफी सहूलियत होगी।