रूस में भारतीय दूतावास ने अपने नागरिकों को रूस के कुछ क्षेत्र छोड़ने के लिए कहा है। भारतीय दूतावास ने ब्रांस्क, बेलगोरोड और कुर्स्क को खाली करने के लिए कहा है। सोशल मीडिया एक्स पर एक पोस्ट करते हुए भारतीय दूतावास ने कहा, “ब्रांस्क, बेलगोरोड और कुर्स्क क्षेत्रों में भारतीय नागरिकों को सलाह दी जाती है कि वो इन इलाकों में हाल में हुईं घटनाओं को लेकर सतर्क हो जाएं और अस्थाई रूप से इन इलाकों को खाली करके कहीं और चले जाएं। स्थानांतरित होने के लिए कोई भी भारतीय छात्र इस इमेल आईडी edu1.moscow@mea.gov.in या टेलीफोन +7 965 277 3414 नंबर पर संपर्क करता है। सोशल मीडिया एक्स पर एक पोस्ट करते हुए भारतीय दूतावास ने कहा, “ब्रांस्क, बेलगोरोड और कुर्स्क क्षेत्रों में भारतीय नागरिकों को सलाह दी जाती है कि वो इन इलाकों में हाल में हुईं घटनाओं को लेकर सतर्क हो जाएं और अस्थाई रूप से इन इलाकों को खाली करके कहीं और चले जाएं। स्थानांतरित होने के लिए कोई भी भारतीय छात्र इस इमेल आईडी edu1.moscow@mea.gov.in या टेलीफोन +7 965 277 3414 नंबर पर संपर्क करता है। इससे पहले 9 अगस्त को, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा था कि सरकार ने रूसी सशस्त्र बलों से भारतीय नागरिकों की शीघ्र रिहाई का मुद्दा संबंधित मॉस्को अधिकारियों के साथ उठाया है, उन्होंने कहा कि, 13 भारतीय नागरिक पहले ही रूसी सशस्त्र बलों को छोड़ चुके हैं।जयशंकर की प्रतिक्रिया रूसी सेना में सेवारत भारतीय नागरिकों के संबंध में लोकसभा में कांग्रेस सांसद अदूर प्रकाश द्वारा उठाए गए एक सवाल के जवाब में आई थी। बयान में आगे कहा गया, दोनों देशों की एजेंसियां उन भारतीय नागरिकों की जल्द पहचान करने और उनको छोड़ने के लिए मिलकर काम कर रही हैं, जिन्होंने अपनी इच्छा से रूस में सैन्य सेवा के लिए अनुबंध किया था। सभी अनुबंध दायित्वों के लिए उचित मुआवजे के भुगतान को पूरा किया जाएगा।
रूस ने कहा- सैन्य सेवा में भारतीयों के प्रवेश पर रोक लगाई
रूसी दूतावास ने शनिवार को अपनी सेना में भारतीय नागरिकों की भर्ती को लेकर उठ रहे सवालों पर बयान जारी किया। दूतावास ने कहा कि उनका देश सैन्य सेवा में भारतीयों की भर्ती करने की धोखाधड़ी वाली योजनाओं में किसी भी तरह से शामिल नहीं था। उसने कहा कि इस साल अप्रैल में रूसी संघ के रक्षा मंत्रालय ने भारत सहित कई देशों के नागरिकों के रूसी सशस्त्र बलो में प्रवेश पर रोक लगाई है।