पड़ोसी मुल्क बांग्लादेश में जारी राजनीतिक अस्थिरता के बीच भारत अपने कपड़ा और परिधान उद्योग को प्रोत्साहित करने पर विचार कर रहा है। इसको देखते हुए सरकार आगामी बजट में कपड़ा मंत्रालय का बजट 10 से 15 प्रतिशत तक बढ़ा सकती है।राजनीतिक संकट के कारण बांग्लादेश का कपड़ा उद्योग प्रभावित हुआ है। राजनीतिक अस्थिरता का उसके निर्यात पर असर पड़ा है। विशेषज्ञों का कहना है कि बांग्लादेश में जारी राजनीतिक उठापटक के चलते वैश्विक खुदरा विक्रेताओं ने परिधान आयात के लिए भारत सहित अन्य विकल्प तलाशने का निर्णय लिया है। भारत के परिधान निर्यात संवर्धन परिषद के महासचिव मिथिलेश्वर ठाकुर ने बताया कि भारतीय निर्यातकों को बीते कुछ महीनों में निर्यात ऑर्डरों की बढ़ती संख्या को पूरा करने में कठिनाई हो रही है, क्योंकि कई अमेरिकी कंपनियां वैकल्पिक आपूर्तिकर्ताओं की तलाश कर रही हैं। ढाका में फैक्टरी मालिक शाहिदुल्ला अजीम ने बताया कि देश में राजनीतिक संकट के कारण कुछ अमेरिकी खरीदारों ने अपने ऑर्डर को भारत और वियतनाम में स्थानांतरित किया है।
4.5 करोड़ लोगों को रोजगार
सूत्रों ने बताया कि भारत का कपड़ा सेक्टर करीब 4.5 करोड़ लोगों को रोजगार देता है और सरकार कपड़ा मंत्रालय के सालाना बजट में 10 से 15 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी करने पर विचार कर रही है। वर्तमान में कपड़ा मंत्रालय का सालाना बजट 44.17 अरब रुपये है।