फगवाड़ा 10 जनवरी (नरेश पासी,इंदरजीत शर्मा) शिव सेना के वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष इन्द्रजीत करवल ने उत्तर प्रदेश सरकार से मांग की है कि अयोध्या नगरी में श्रीराम जन्म भूमि आंदोलन के दौरान शहीद होने वाले कारसेवकों की समृति में एक स्मारक का निर्माण भी किया जाये। ताकि आने वाली पीढिय़ां जब अपने अराध्य भगवान श्री राम के दर्शन हेतु अयोध्या आयें तो सैंकड़ों वर्ष लंबे संघर्ष के इतिहास को स्मरण करते हुए जन्मभूमि स्थल के संघर्ष में शहीद होने वाले कारसेवकों को भी श्रद्धासुमन अर्पित करें। उन्होंने कहा श्री राम जन्मभूमि के संघर्ष और मुगल अत्याचार के प्रतीक बाबरी ढांचे को नेस्तनाबूद करने में शिव सेना की भूमिका को भुलाया नहीं जा सकता। इस दौरान उन्होंने मध्यप्रदेश के शाजापुर में अक्षय यात्रा निकाल रहे श्री राम भक्तों पर मस्जिद के नजदीक शरारती तत्वों द्वारा किये पथराव की कड़ी निंदा करते हुए मध्य प्रदेश सरकार से इस घटना को अंजाम देने वाले अराजक तत्वों के खिलाफ बुलडोजर नीति से काम लेने की मांग भी की। करवल ने कहा कि 21वीं सदी आठ सौ साल के लंबे अंतराल के बाद सनातन के पुनरुत्थान का समय है। इसलिए भारत भूमि पर रहने वाले प्रत्येक नागरिक को यह बात गांठ बांध लेनी चाहिये कि भगवान श्री राम सहित सनातन आस्था का विरोध कतई सहन नहीं किया जायेगा। उन्होंने स्वामी प्रसाद मोर्य द्वारा कारसेवकों पर गोली चलाने के निर्णय को सही ठहराने की भी कड़ी आलोचना की व साथ ही कहा कि ऐसे लोग सनातन एकता के शत्रु हैं जिन्हें जनता अपनी वोट के हथियार से समय आने पर हैसियत दिखायेगी।