स्विट्जरलैंड में पहली बार इच्छामृत्यु करने वालों के लिए अहम कदम उठाया गया है। लोगों को इच्छामृत्यु  के लिए यहां एक पोर्टेबल मशीन बनाई गई है, जहां बिना किसी चिकित्सा पर्यवेक्षण के ही मौत हो सकती है। अंतरिक्ष के तरह दिखने वाले इस कैप्सूल को 2019 में बनाया गया था। इस मशीन में ऑक्सीजन नाइट्रोजन में बदल जाता है, जिसके कार हाइपोक्रेसी से व्यक्ति की मौत हो जाती है। इसे इस्तेमाल करने में केवल 20 डॉलर का खर्च आता है। लास्ट रिजॉर्ट संगठन ने कहा कि स्विट्जरलैंड में इसके इस्तेमाल पर कोई प्रतिबंध नहीं है, क्योंकि यहां पर कानून इच्छामृत्यु  की अनुमति देता है। लास्ट रिजॉर्ट के मुख्य कार्यकारी फ्लोरियन विलेट ने कहा, “हमारे पास कई ऐसे लोग हैं जो सरको का उपयोग करने के लिए कह रहे हैं। ऐसा बहुत जल्द होगा।” उन्होंने आगे कहा, “मैं अनंत निद्रा अवस्था में बिना ऑक्सीजन के हवा में सांस लेने की इससे अधिक सुंदर प्रक्रिया की कल्पना नहीं कर सकता हूं।”

    क्या है पूरी प्रक्रिया
    जो व्यक्ति इच्छामृत्यु चाहता है, उसे पहले अपनी मानसिक क्षमता का मनोरोग मूल्यांकन कराना होगा। इसके बाद व्यक्ति को बैगनी कैप्सूल पर चढ़ाकर उसका ढक्कन बंद कर दिया जाएगा। इस दौरान उससे कुछ सवाल भी पूछे जाएंगे, जैसे आप कौन हैं, आप कहां हैं इत्यादि। उनसे यह भी पूछा जाएगा कि क्या आपको मालूम है कि बटन दबाने से क्या होगा? सरको के आविष्कारक फिलिप निट्स्के ने कहा, “अगर आप मरना चाहते हैं तो प्रोसेसर से एक आवाज आएगी, यह बटन दबाएं।” उन्होंने पूरी प्रक्रिया समझाते हुए कहा कि एक बार जब बटन दब जाएगा, तब प्रोसेसर में ऑक्सीजन का स्तर 20 फीसदी से गिरकर 0.05 फीसदी तक पहुंच जाएगा। ऐसा होने में केवल 30 सेकेंड का समय लगेगा।

    प्रोसेसर में ऑक्सीजन की कमी होने से ही व्यक्ति की हो जाएगी मौत
    प्रोसेसर में ऑक्सीजन का स्तर गिरने से ही अंदर मौजूद व्यक्ति बेहोशी की हालत में आ जाएगा। मृत्यु से पांच मिनट पहले तक वह बेहोशी की ही हालत में रहेगा। फिलिप निट्स्के ने बताया कि एक बार आपने बटन दबा दिया तो फिर इसे वापस नहीं लिया जा सकता है। चाहइस मशीन का इस्तेमाल करने वाला पहला व्यक्ति कौन होगा, फिलहाल इसपर निर्णय नहीं लिया गया है। उन्होंने बताया कि इस तरह के विवरण घटना के बाद तक सार्वजनिक नहीं किए जाएंगे। वकील फियोना स्टेवर्ट ने कहा, “हम नहीं चाहते कि किसी व्यक्ति की इच्छा स्विट्जरलैंड की मीडिया सर्कस में आ जाए।” उन्होंने बताया कि इसका इस्तेमाल एकांत स्थान और प्राकृतिक सुंदरता के बीच किया जाएगा।