सोने की कीमतें रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचने के बाद इसके आभूषणों की मांग 80 फीसदी तक गिर गई है। इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन के मुताबिक, पूरे देश में आभूषण विक्रेताओं की बिक्री में कमी देखी जा रही है। दाम में तेजी से शादी के मौसम के बावजूद ग्राहकों ने खरीदी धीमी कर दी है। दूसरी ओर, चीन में डीलरों ने खरीदारों को लुभाने के लिए छूट की पेशकश की है। संभावित नए अमेरिकी टैरिफ के कारण वैश्विक व्यापार युद्ध की आशंका से निवेशक सुरक्षित माने जाने वाले सोने की खरीदी पर जोर दे रहे हैं।इससे बेंचमार्क सोने की कीमतें इस सप्ताह रिकॉर्ड 2,942.70 डॉलर प्रति औंस पर पहुंच गईं। कोयंबटूर के जौहरी बी मुथुवेंकट्रम ने कहा, बहुत सारे ग्राहक शादी के मौसम के लिए सोना खरीदना चाहते हैं, लेकिन वे रुक रहे हैं, क्योंकि कीमतें बढ़ती जा रही हैं। वे हमें फोन करते रहते हैं और पूछते रहते हैं कि कीमतें कब गिरेंगी और खरीदने का सही समय कब है।

    चीन की तुलना में भारत में ज्यादा खपत
    वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल के आंकड़ों के मुताबिक, 2024 में भारत की आभूषण खपत 563.4 मीट्रिक टन थी, जो चीन के 511.4 टन से अधिक थी। दुनिया के दूसरे सबसे बड़े सोने के उपभोक्ता भारत में सोने की कीमतें इसी सप्ताह 88,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के सार्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गईं। 2024 में 21 फीसदी तेजी के बाद इस साल के महज 45 दिन में ही सोने का भाव 10 फीसदी से ज्यादा बढ़ गया है। चीन के एक व्यापारी ने कहा, चीनी नव वर्ष से पहले हमने मांग में वृद्धि देखी, लेकिन कीमत अधिक होने के कारण अब मांग बहुत कमजोर है।

    व्यापार घाटा पर सकारात्मक असर
    देश का व्यापार घाटा जनवरी में 20.88 अरब डॉलर रह सकता है। दिसंबर, 2024 में यह 21.94 अरब डॉलर था। यूनियन बैंक ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, यह सुधार मुख्य रूप से सोने की बढ़ती कीमतों के कारण उसके आयात में कमी से होगा।

    वैश्विक बाजारों में अनिश्चितता से सोने की कीमतों में उछाल के बीच मांग में मामूली कमी आई है। कीमतें बढ़ने से पीली धातु की खरीदी कम हो गई है। त्योहार और शादी का मौसम खत्म होने के साथ मांग भी गिर गई है, जिससे व्यापार घाटे में और कमी आई है। हालांकि, कच्चे तेल की कीमतों में वृद्धि के कारण तेल व्यापार घाटा थोड़ा बढ़ गया है। ब्रेंट कच्चे तेल की कीमतें दिसंबर में 73.13 डॉलर प्रति बैरल से बढ़कर जनवरी में 78.35 डॉलर प्रति बैरल हो गईं। इससे व्यापार घाटे पर असर दिखेगा।