ਫ਼ਿਰੋਜ਼ਪੁਰ, ( जतिंदर पिंकल ) पंजाब के साधारण घरों से संबंध रखने वाले 57 युवाओं ने पंजाब पुलिस के सबऑर्डिनेट लेवल की लिखित परीक्षा पास कर ली है। इसके अलावा, एक युवक ने एग्रीकल्चरल डेवलपमेंट ऑफिसर (ADO) का पद संभाला है, जो कि क्लास-1 अधिकारी की श्रेणी में आता है, और एक अन्य युवक ने जेल वार्डन का पद प्राप्त किया है। इन सभी छात्रों की ट्यूशन फीस का पूरा खर्च खालसा एड द्वारा उठाया गया, जबकि पढ़ाई से संबंधित किताबें सबर फाउंडेशन ने उपलब्ध करवाईं। फाउंडेशन पंजाब नामक इस प्रोजेक्ट को 2023 में शुरू किया गया था, जिसका उद्देश्य आर्थिक कारणों से अफसरशाही स्तर की परीक्षाओं में बैठने से वंचित हो जाने वाले होनहार बच्चों की हर संभव मदद करना था।

    इस अवसर पर खालसा एड के प्रमुख भाई रवि सिंह ने फोकस पंजाब प्रोजेक्ट के तहत चल रहे शिक्षा कार्यक्रम की देखरेख कर रही खालसा एड इंडिया की नई टीम के साथ-साथ सबर फाउंडेशन और लबासना IAS अकादमी को बधाई दी। उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में नई पीढ़ी को और अधिक जागरूक बनने के लिए प्रेरित किया। भाई रवि सिंह ने बताया कि 2009 में जब खालसा एड ने पंजाब में सेवा शुरू की थी, तब स्पॉन्सर-ए-चाइल्ड प्रोग्राम के तहत कई जरूरतमंद परिवारों के बच्चों की पढ़ाई की जिम्मेदारी ली थी। भाई रवि सिंह ने विशेष रूप से यूके से ADO बने क्लास-1 अधिकारी धर्मपाल सिंह से वीडियो कॉल के माध्यम से बात कर उन्हें बधाई दी।

    खालसा एड इंडिया के ऑपरेशन लीड, भाई दविंदरजीत सिंह ने बताया कि फोकस पंजाब प्रोग्राम के तहत सात अलग-अलग सामाजिक कल्याण प्रोजेक्ट चलाए जा रहे हैं, जिनमें से एक शिक्षा प्रोजेक्ट है। उन्होंने कहा कि इस प्रोजेक्ट के तहत खालसा एड द्वारा संगरूर जिले के काकड़ा गांव में दशमेश पब्लिक स्कूल चलाया जा रहा है, जहां उच्च योग्यता प्राप्त शिक्षक बच्चों को बेहतरीन शिक्षा प्रदान कर रहे हैं।

    सबर फाउंडेशन के अध्यक्ष जसप्रीत सिंह दहिया ने कहा कि यह प्रोजेक्ट 2023 में खालसा एड के बड़े सहयोग से शुरू किया गया था। इसमें 3,691 से अधिक बच्चों ने रुचि दिखाई थी। भारत की शीर्ष कोचिंग अकादमियों में से एक लबासना IAS कोचिंग अकादमी द्वारा परीक्षा के आधार पर 1,000 से अधिक बच्चों को नामांकित किया गया। इनमें से लगभग 150 योग्य बच्चों को ऑनलाइन और ऑफलाइन कोचिंग देकर परीक्षा की तैयारी कराई गई। नतीजतन, आज खालसा एड और सबर फाउंडेशन की मेहनत रंग लाई है, और कुल 59 छात्रों ने परीक्षा पास की, जिसमें से 2 छात्रों ने पद संभाल लिए हैं। उन्होंने बताया कि शिक्षा से जुड़ी किसी भी आर्थिक जरूरत को खालसा एड द्वारा पूरा किया जा रहा है, और छात्रों को पढ़ाई से संबंधित किसी भी प्रकार की किताबें सबर फाउंडेशन द्वारा मुहैया कराई जाती हैं।

    लबासना IAS कोचिंग अकादमी के सीईओ जतिन बजाज ने बताया कि जो भी प्रोफेसर इन बच्चों को कोचिंग दे रहे हैं, वे सभी उच्च योग्यता प्राप्त हैं और खुद इन परीक्षाओं का अनुभव रखते हैं। साप्ताहिक मॉक इंटरव्यू आयोजित किए जाते हैं, जिसमें रिटायर्ड IAS और PCS अधिकारी शामिल होते हैं। उन्होंने बताया कि यह भारत का पहला IAS कोचिंग केंद्र है, जो साप्ताहिक टेस्ट आयोजित करता है। जो भी छात्र इस सेवा का लाभ उठाना चाहते हैं, वे sabar.org वेबसाइट पर ऑनलाइन फॉर्म भर सकते हैं।

    खालसा एड एशिया-पैसिफिक के प्रमुख गुरप्रीत सिंह ने कहा कि UPSC स्तर की ट्रेनिंग शुरू करने का उद्देश्य यह था कि दो साल के भीतर बच्चे PPSC स्तर और सबऑर्डिनेट स्तर की परीक्षाओं के लिए तैयार होकर सफल हो सकें। आज इन होनहार छात्रों ने यह साबित कर दिखाया है कि पंजाब के युवा आज भी अफसर बनने के योग्य हैं। उन्होंने कहा कि जहां बड़ी संख्या में युवा विदेशों की ओर रुख कर रहे हैं, वहीं ये बच्चे पंजाब में रहकर पढ़ाई कर अपने समाज की सेवा के साथ-साथ एक अच्छा जीवन बिताने में सक्षम बन रहे हैं। गुरप्रीत सिंह ने इन परिणामों के लिए पूरी खालसा एड इंडिया टीम, सबर फाउंडेशन और लबासना IAS कोचिंग अकादमी को बधाई दी।