एक दिसंबर को कनाडा में आने वाले आगंतुकों, कामगारों और छात्रों के कई प्रकार के आवेदनों के लिए आवेदन और प्रसंस्करण शुल्क में वृद्धि होगी। इसका सबसे अधिक पंजाब के लोगों पर होगा, जो कनाडा में शिक्षा या किसी संस्थान में कर्मचारी हैं। कनाडा में आप्रवासन, शरणार्थी और नागरिकता विभाग (आईआरसीसी) अस्थायी निवासियों के लिए कई आवेदनों के लिए शुल्क बढ़ा दिए हैं।

    इनमें अस्थायी निवासी स्थिति आवेदनों की बहाली (आगंतुकों, कामगारों और छात्रों के लिए), कनाडा में वापस लौटने के लिए प्राधिकरण आवेदन, आपराधिक पुनर्वास आवेदन (गंभीर अपराध सहित) और अस्थायी निवासी परमिट (टीआरपी) आवेदन शामिल हैं। इसमें सबसे अधिक पंजाबी मूल के युवा प्रभावित होंगे।

    वर्तमान शुल्क (कनाडा डॉलर)

    आगंतुक की स्थिति की बहाली 229.00
    छात्र की स्थिति की बहाली 379.00
    कार्यकर्ता की स्थिति की बहाली 384.00
    कनाडा लौटने का प्राधिकरण 459.55
    आपराधिकता के आधार पर अस्वीकार्य 229.77
    गंभीर आपराधिकता के आधार पर अस्वीकार्य 1,148.87
    अस्थायी निवासी परमिट 229.77

    पंजाबी युवाओं पर सबसे ज्यादा असर

    कनाडा के आईआरसीसी ने अभी नई फीस अपडेट नहीं की है लेकिन कह दिया है कि एक दिसंबर में इसमें बढ़ोतरी की जाएगी। कनाडा इमिग्रेशन माहिर परिवंदर सिंह मोंटू का कहना है कि कनाडा दिन-प्रतिदिन वह कदम उठा रहा है, जिसका असर पंजाब के युवाओं पर सबसे अधिक हो रहा है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक वर्ष 2023 में 319,130 भारतीय छात्र पढ़ते हैं।

    वहीं दूसरी ओर, सरकारी आंकड़े यह भी दर्शाते हैं कि वर्ष 2023 में 807,750 अंतरराष्ट्रीय छात्रों को स्टडी वीजा प्रदान किया गया है।

    पहले ही लाखों खर्च कर कनाडा में की स्टडी, अब महंगाई भी अधिक..

    कनाडा सरकार द्वारा फीस में बढ़ोतरी वहां के छात्रों व वर्क परमिट वालों पर सीधा बोझ है। स्टडी वीजा एक्सपर्ट सुकांत का कहना है कि फीस में बढ़ोतरी का सीधा असर पंजाब से कनाडा गए छात्रों पर होगा। पंजाबी पहले यह फीस बहुत मुश्किल से चुकाते थे, क्योंकि कनाडा जाकर एक साल का पढ़ाई व अन्य खर्च 25 से 30 लाख तक पहुंच चुका है।