Google X ने Taara Chip नाम से नई सिलिकॉन फोटोनिक्स डिवाइस पेश की है, जो लाइट बीम के जरिए हाई-स्पीड इंटरनेट ट्रांसमिट करने में सक्षम है। यह छोटी-सी चिप, जिसका आकार एक नाखून जितना है, उन क्षेत्रों में तेज और केबल-फ्री कनेक्टिविटी प्रदान करने के उद्देश्य से विकसित की गई है, जहां फाइबर-ऑप्टिक इंफ्रास्ट्रक्चर स्थापित करना कठिन है। फील्ड टेस्ट्स में यह पाया गया है कि यह चिप 1 किलोमीटर की दूरी तक 10 गीगाबिट प्रति सेकंड (Gbps) की स्पीड से डेटा ट्रांसमिट कर सकती है। इस तकनीक के माध्यम से एक विस्तृत नेटवर्क बनाने की योजना है, जो भूमिगत केबलों की आवश्यकता के बिना फाइबर जैसी गति प्रदान कर सकता है, जिससे इसकी तैनाती अधिक कुशल होगी।

लाइट-बेस्ड इंटरनेट ट्रांसमिशन

रिपोर्ट्स के अनुसार, Taara Chip डेटा को एनकोडेड लाइट बीम्स के रूप में दो बिंदुओं के बीच भेजकर काम करती है। यह तकनीक रेडियो फ्रीक्वेंसी पर निर्भर नहीं करती है, जिससे यह 5G और अन्य वायरलेस नेटवर्क्स के साथ हस्तक्षेप मुक्त रूप से कार्य कर सकती है। Taara के जनरल मैनेजर महेश कृष्णास्वामी के अनुसार, इस तकनीक का मुख्य उद्देश्य इंफ्रास्ट्रक्चर लागत को कम करना और हाई-स्पीड कनेक्टिविटी को सरल बनाना है। इस तकनीक की मदद से एक ग्लोबल मेश नेटवर्क बनाने की योजना है, जहां Taara-इनेबल्ड डिवाइसेज के माध्यम से विभिन्न स्थानों के बीच तेजी से डेटा का आदान-प्रदान किया जा सकेगा।

उपलब्धता और भविष्य की संभावनाएं

Taara Chip, Taara Lightbridge सिस्टम का एक छोटा संस्करण है, जो Google X की पूर्ववर्ती तकनीकों का अपग्रेडेड रूप है। पहले Lightbridge सिस्टम 20 किलोमीटर की दूरी तक 20 Gbps की स्पीड से डेटा ट्रांसमिट कर सकता था, जबकि नई Taara Chip को इस तकनीक को अधिक उन्नत और विस्तारित करने के लिए विकसित किया गया है। सूत्रों के अनुसार, यह चिप 2026 तक एक व्यावसायिक उत्पाद के रूप में बाजार में आ सकती है। इस बीच, Google X ने शोधकर्ताओं को इस तकनीक के संभावित अनुप्रयोगों का पता लगाने के लिए आमंत्रित किया है।