जालंधर: शहर में वीजा दिलाने के नाम पर ठगी और लोन के जाल में फंसाने वाला गिरोह सक्रिय है। इस गिरोह ने 200 से ज्यादा लोगों को अपना शिकार बनाया है। कुछ लोग तो सामने आ गए हैं और उन्हें पुलिस कमिश्नर दफ्तर पहुंचकर अपने बयान दर्ज करवाए हैं। सनी भगत, विक्की कुमार, सुदेश रानी, विशाल, पवन, राकेश कुमार आदि कल जालंधर कमिश्नर दफ्तर पहुंचे। पुलिस को दर्ज करवाए बयानों ने बताया कि इनकी तीन पास्टरों आरएम जोन एजेंट, विक्की पास्टर, रजनी पास्टर की जान पहचान थी। इन तीनों पास्टरों ने कहा था कि वे 100 लोगों का टूर इजरायल और मलेशिया लेकर जा रहे हैं। इस पर करीब 13 हजार रुपए खर्चा आएगा। पीडि़तों ने बताया कि वे इन तीनों पास्टरों की बातों में आ गए और अपने आधार, पासपोर्ट एवं बैंक की पासबुक गारंटी के तौर पर चेकों के साथ इनको दे दिए। पर काफी दिनों तक किसी को भी वीजा नहीं मिला। इसके बाद काफी देर तक पीडि़तों को झूठे आश्वासन मिलते रहे। इसके बाद पास्टरों के दफ्तर में स्टाफ भी कम होता गया। इसके बाद जब पीडि़तों ने अपने दस्तावेज मांगे तो आरोपियों ने दस्तावेज नहीं दिए। कुछ दिनों बाद गगनदीप सिंह सिक्का का फोन आया कि पीडि़तों के दस्तावेजों से 50 हजार रुपए लोन हो गया जबकि पीडि़तों का कहना है कि उन्होंने तो किसी लोन के लिए अप्लाई ही नहीं किया। यानि उक्त पास्टर आरएमजोन ने पीडि़तों के दस्तावेजों का गलत प्रयोग किया है। पीडितों ने कहा कि अब लोटस फाइनेंस उन्हें तंग परेशान कर रहा है और अगर हमें या हमारे परिवार को कुछ हुआ तो इसकी जिम्मेवारी आएएम जोन एवं लोटस फाइनेंस के मालिक होंगे। पीडि़तों ने पुलिस प्रशासन से गुहार लगाई कि उन्हें इंसाफ दिलाया जाए।