जम्मू कश्मीर के सीमावर्ती जिले पुंछ में हाल ही में हुए आतंकवादी हमले में 5 सैनिकों के वीरगति को प्राप्त होने के मद्देनजर सुरक्षा स्थिति की समीक्षा करने के लिए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह बुधवार को एक दिवसीय दौरे पर यहां पहुंचे। सेना की गाड़ियों पर हुए आतंकी हमले को लेकर सेना के साथ-साथ भारत सरकार भी अति गंभीर है। इस बीच केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह आज राजौरी पहुंचे, जहां उन्होंने अधिकारियों के साथ बैठक की । सिंह का हवाई अड्डे पर उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और उत्तरी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने स्वागत किया। सिंह के साथ सेनाध्यक्ष जनरल मनोज पांडे भी मौजूद थे।

    इस दौरान राजनाथ ने सेना का हौसला बढ़ाते हुए कहा कि हर जवान परिवार की तरह है। शहीदों को भुलाया नहीं जा सकता। राजनाथ ने कहा, ”हर जवान हमारे लिए परिवार की तरह है। सरकार हर हाल में आपके साथ है। शहीदों को भुलाया नहीं जा सकता, लेकिन हमें और सहज रहने की जरूरत है। हमारे सेना पहले से काफी मजबूत है। हमें जंग के साथ देशवासियों का दिल जीतना भी जरूरी है।” सिंह का कहना है, “मैं घायल हुए सेना के जवानों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं। मैं आपको यह सुनिश्चित करना चाहता हूं कि घटना की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। हमारी सेना का प्रत्येक जवान महत्वपूर्ण है।

    पुंछ के बफलियाज में 21 दिसंबर को ढेरा की गली और धत्यार मोड़ के बीच घात लगाकर किए गए हमले के बाद क्षेत्र में आतंकवाद निरोधक अभियान जारी है। क्षेत्र में जारी आतंकवाद विरोधी अभियान के दौरान 22 दिसंबर को तीन लोग मृत पाये गये थे जिनकी उम्र 27 से 42 वर्ष के बीच थी । इसके बाद यह आरोप लगने से लोगों में आक्रोश फैल गया कि उन्हें आतंकवादी हमले के बाद पूछताछ के लिए सेना ने उठाया था। अधिकारियों ने बताया कि रक्षा मंत्री के राजौरी दौरे के दौरान मृतकों के परिजनों से भी मिलने की संभावना है। उन्होंने बताया कि राजौरी से लौटने पर सिंह यहां राजभवन में एक उच्च स्तरीय बैठक में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा कर सकते हैं। रक्षा मंत्री के दौरे के मद्देनजर पूरे जम्मू क्षेत्र में सुरक्षा कड़ी कर दी गई