लॉरेंस बिश्नोई के जुर्म का साम्राज्य भारत के 11 राज्यों समेत 6 देशों तक फैल चुका है। हर राज्य की जिम्मेदारी अलग-अलग लोग संभालते हैं। इस गैंग के गैंगस्टरों को अलग-अलग जगहों से हथियार पहुंचते हैं, इसके बाद वे हत्या की वारदात को अंजाम देते हैं।सिद्धू मूसेवाला की हत्या पाकिस्तान से आई एके-47 राइफल के अलावा पाॅइंट 30 बोर और नौ एमएम पिस्टल का इस्तेमाल हुआ। यह हथियार आसानी से उपलब्ध नहीं हो सकते हैं। एके-47 से सात गोलियां सीधे मूसेवाला को लगी। उनकी थार गाड़ी पर 25 फायर किए गए। मोहाली इंटेलिजेंस कार्यालय पर अटैक करने वाला मुख्य हमलावर गैंगस्टर लॉरेंस का गुर्गा दीपक हरियाणा के झज्जर के गांव सूरजपुर का रहने वाला था। हमला आरपीजी से किया गया था। यह रूस निर्मित रॉकेट लॉन्चर था।21 जुलाई को मुजफ्फरपुर में हथियार की सप्लाई करने जाने के दौरान लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के दो गुर्गे पकड़े गए थे। इनके पास से ऑस्ट्रिया निर्मित चार ग्लोक पिस्टल व आठ मैगजीन बरामद हुई थी।

     

    तुर्की की जिगना व एके-47 जैसे हथियार मिले

    बिश्नोई गैंग को हथियार मध्यप्रदेश के मालवा से जिसमें धार, सेंधवा, बड़वानी, रतलाम, खंडवा, बुराहनपुर, खरगोन यूपी में मेरठ, मुज्जफरनगर और अलीगढ़. बिहार में मुंगेर और खगड़िया,पाकिस्तान, अमेरिका, रूस, कनाडा, नेपाल से भी हथियार पहुंच रहे हैं। सलमान की हत्या की साजिश रचने का भंडाफोड़ हुआ तो पता चला था कि लाॅरेंस के शूटर पाकिस्तान से अत्याधुनिक हथियार एके 47, एके 92 और एम 16 तथा तुर्की निर्मित जिगाना हथियार खरीदने की तैयारी कर रहे थे।

    पाकिस्तान से तस्कर डोगर भेजता है हथियार

    लाॅरेंस के निकटवर्ती सुक्खा को गिरफ्तार किया तो उसने खुलासा किया कि वीडियो कॉल के जरिए पाकिस्तान स्थित हथियार डीलर डोगर से संपर्क किया और हथियारों के सौदे की शर्तों पर बातचीत करते हुए शॉल में लिपटे एके-47 और दूसरे आधुनिक हथियार दिखाए। डोगर ने हथियार सप्लाई करने पर सहमति जताई, जबकि सुक्खा ने 50 प्रतिशत अग्रिम भुगतान और बाकी रकम भारत में डिलीवरी के समय देने पर सहमति जताई।