पंजाब विधानसभा का तीन दिवसीय मानसून सत्र आज शुरू हो रहा है। सत्र के दौरान प्रदेश में कानून व्यवस्था और नशा तस्करी जैसे मुद्दों पर सरकार घेरने के लिए विपक्ष भी तैयार है। सत्र के हंगामेदार रहने के आसार हैं।सत्र के दौरान कई महत्वपूर्ण फैसले लिए जाने हैं। इनमें अवैध कॉलोनियों के लिए एनओसी की शर्त खत्म करने पर फैसला होना है। साथ ही पार्टी चिह्न पर पंचायत चुनाव न कराने के लिए द पंजाब पंचायत इलेक्शन रूल-1994 में संशोधन किया जाना है। पहले दिन पंजाबी कवि सुरजीत पात्र समेत पूर्व स्पीकर, मंत्रियों, सांसदों व स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि भी दी जानी है।

    सत्र के दौरान दोपहर दो बजे पूर्व स्पीकर सुरजीत सिंह मिन्हास, पूर्व मंत्री सुखदेव सिंह ढिल्लों, पूर्व राज्यमंत्री सुरजीत सिंह कोहली, पूर्व सांसद कमल चौधरी, पूर्व राज्यसभा सांसद गुरचरण कौर, पूर्व विधायक धनवंत सिंह, स्वतंत्रता सेनानी सरदूल सिंह, कश्मीर सिंह, गुरदेव सिंह, जगदीश प्रसाद को श्रद्धांजलि दी जाएगी। सिर्फ तीन दिन का सत्र बुलाने के लिए विपक्ष ने सरकार पर हमला भी बोला है। विपक्ष का कहना है कि कम से कम 15 दिन का विधानसभा सत्र होना चाहिए था, ताकि राज्य की कानून व्यवस्था, नशे समेत अन्य मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की जा सकें।