यूके की नई लेबर सरकार ने कामकाज संभाल लिया है और मंत्रिमंडल में विस्तार के बाद अन्य पदों हेतु नियुक्तियों में पंजाबी मूल के सांसदों को अहम जिम्मेदारियां दी जा रही हैं। इससे निश्चित तौर पर पंजाबी मूल के सांसदों का दबदबा यूके की लेबर सरकार में बढ़ता जा रहा है। पंजाबी मूल के 13 सांसद जीतकर यूके के हाउस ऑफ कॉमन्स पहुंचे हैं, जोकि एक इतिहास है। 13 पंजाबी सांसदों में छह महिलाएं हैं। इनमें से 11 लेबर पार्टी से हैं, जबकि ऋषि सुनक व गगन मोहिंद्रा कंजर्वेटिव पार्टी से हैं। प्रमुख चेहरों में बर्मिंघम एजबेस्टन से प्रीत कौर गिल, फेलथम और हेस्टन से सीमा मल्होत्रा और स्लॉ से तनमनजीत सिंह ढेसी शामिल हैं। तीनों जालंधर से हैं।प्रीत कौर गिल ब्रिटेन की नई कैबिनेट में मंत्री बनने की दौड़ में सबसे आगे थी, लेकिन कारोबारी व व्यापार विभाग हेतु निजी सचिव नियुक्त किया गया है। गिल के पिता दलजीत सिंह स्मेथविक में गुरु नानक गुरुद्वारे के सबसे लंबे समय तक सेवा करने वाले अध्यक्ष थे, जो ब्रिटेन में पहला सिख तीर्थस्थल था। वर्ष 2017 में गिल पहली महिला ब्रिटिश-सिख सांसद बनीं। लिहाजा प्रीत कौर गिल की नियुक्ति से पंजाबी मूल के लोगों में खासी खुशी पाई जा रही है।

    सतबीर बनीं संसदीय सचिव
    इसके अतिरिक्त पहली बार चुनाव जीतने वालीं सतबीर कौर को मंत्रिमंडल की संसदीय सचिव नियुक्त किया गया है जबकि हरप्रीत कौर उप्पल को उप प्रधानमंत्री कार्यालय, आवासीय व भाईचारक के अतिरिक्त स्थानीय निकाय विभाग की जिम्मेदारी सौंपी गई है। लेबर पार्टी की ओर से गुरिंदर सिंह जोशन को राष्ट्रीय कार्यकारिणी कमेटी का सदस्य चुना गया है, जिनका मुख्य कार्य यूके में पार्टी के उद्देश्यों को सुरक्षित करने के लिए संसद में पार्टी सांसदों, व्यवस्थित प्रशासन व स्थानीय निकाय के साथ साझेदारी में कार्य करना है। चारों की नियुक्ति काफी अहम मानी जा रही है।