केंद्रीय राज्य रेल मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू के नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी  को लेकर दिए गए बयान पर कांग्रेस बिट्टू की आलोचना कर रही है। पंजाब में बिट्टू का जमकर विरोध हो रहा है। कांग्रेस पार्टी के नेता व कार्यकर्ता प्रदर्शन कर उनके पुतले जला रहे हैं। बिट्टू को राहुल गांधी से माफी मांगने की मांग की जा रही है।वहीं, बुधवार को केंद्रीय राज्य रेल मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने वीडियो जारी करके कांग्रेस पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि अमेरिका में राहुल गांधी के सिखों को लेकर दिए बयान का सिख फॉर जस्टिस के गुरपतवंत सिंह पन्नू ने पूरी तरह से समर्थन किया है।

    कांग्रेसी नेता एवं प्रवक्ता मेरे तो पुतले जला रहे हैं, मेरे खिलाफ नारेबाजी कर रहे हैं और एफआईआर तक दर्ज करा रहे हैं, लेकिन अभी तक न तो कांग्रेस पार्टी के प्रधान मल्लिकार्जुन खड़गे और न ही किसी अन्य कांग्रेसी नेता ने पन्नू के बयान की निंदा नहीं की है और न ही उसका खंडन किया है। इससे साफ है कि कांग्रेस एवं पन्नू आपस में मिले हुए हैं। बिट्टू ने अपने वीडियो में कहा कि इस वक्त जो बात पन्नू कर रहा है, वही कांग्रेस कह रही है। राहुल गांधी एवं पन्नू एक दूसरे की बात का समर्थन कर रहे हैं। इस पर कांग्रेस को अपना स्टैंड स्पष्ट करना चाहिए और पन्नू के बयान से खुद को अलग करे।

    पंजाब को बर्बाद करने का खेल खेला जा रहा
    बिट्टू ने कहा कि दो दिन निकल गए हैं। अच्छा होता कि कांग्रेस पार्टी और खड़गे यह कहते कि पन्नू के बयान के साथ राहुल गांधी या कांग्रेस पार्टी का कोई लेना-देना नहीं है, लेकिन जब कांग्रेसी नहीं बोले तो साफ हो गया कि पन्नू एवं कांग्रेस पार्टी एक ही है। वे एक दूसरे को स्पोर्ट करते हैं। इससे पता चला है कि पहले पंजाब को बर्बाद करने के लिए जो खेल खेला था, वह फिर खेलने लगे हैं। यदि खड़गे ने अभी भी बयान न दिया कि पन्नू के बयान से कांग्रेस एवं राहुल गांधी का कोई लेना-देना नहीं है, तो यह समझा जाएगा कि राहुल एवं पन्नू ने बयान मिल कर दिया है।

    राहुल गांधी के बयान का पन्नू ने किया समर्थन
    राहुल ने अमेरिका में कहा था कि पंजाब या भारत में सिखों को पगड़ी पहनने की इजाजत नहीं, कड़ा पहने की इजाजत नहीं और गुरुद्वारा साहिब जाने की इजाजत नहीं। इस बात को सिख फॉर जस्टिस के गुरपतवंत सिंह पन्नू, जो देश को बांटने की बात करता है और खतरनाक आतंकवादी है, उसने राहुल का नाम लेकर इसका समर्थन किया था कि राहुल ने जो कहा वह हमारी बात की है।