कहा कि पूरी योजना में घोटाला हुआ तथा इसकी स्वंतत्र जांच करवाने की मांग की

    कहा कि पंज प्यारों का अपमान करना घोर निंदनीय

    चंडीगढ़/28जनवरी: शिरोमणी अकाली दल के वरिष्ठ नेता सरदार बिक्रम सिंह मजीठिया ने आज कहा है कि आम आदमी पार्टी सरकार पंजाब में अपनी पार्टी के डूबते जहाज को किनारे लगाने के लिए राज्य की 50 फीसदी आबादी की प्राथमिक सेवाओं को पार्टी के प्रचार के लिए इस्तेमाल करने के लिए लोगों के जीवन के साथ खिलवाड़ कर रही है।

    यहां एक प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए सरदार बिक्रम सिंह मजीठिया ने कहा कि पूरी कवायद एक बहुत बड़ा घोटाला है और इस मुददे की स्वतंत्र जांच करवाने की मांग की जानी चाहिए। उन्होने यह भी खुलासा किया कि अकाली दल जल्द ही पंजाब के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित से संपर्क करेगा और उनसे घोटाले की जांच का आदेश देने का आग्रह करेगा। उन्होने आम आदमी पार्टी को अपना प्रचार करने के लिए सरकारी योजनाओं का इस्तेमाल न करने का निर्देश देने का आग्र्रह करेगा।

    अकाली नेता ने 1999 में खालसा के जन्म की 300 वर्षगांठ के अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री सरदार परकाश सिंह बादल द्वारा पंज प्यारों की याद में स्थापित पांच उपग्रह केंद्रों के नामों को आम आदमी क्लीनिक का नामकरण कर मुख्यमंत्री भगवंत मान की तस्वीर लगाने पर कड़ा विरोध किया। उन्होने कहा कि संगत के कड़े विरोध के बाद भी आप पार्टी की सरकार ने एक पटटी में केवल पांच प्यारों का नाम जोड़ा है तथा सारा ध्यान मुख्यमंत्री की तस्वीर पर ही केंद्रित किया गया है।

    आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल की निंदा करते हुए सरदार मजीठिया ने कहा कि केजरीवाल ने 2019 में घोषणा की थी कि ‘‘ आप’’ पार्टी नाम बदलने में नही बल्कि जीवन को बेहतर बनाने में विश्वास करती है। उन्होने कहा, ‘‘ हालांकि पंजाब में पार्टी इसके बिल्कूल विपरीत काम कर रही है। इसने पहले सौ सेवा केंद्रों की इमारतों को मोहल्ला क्लीनिक में तब्दील किया, अब इसने 500 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भवनों को आम आदमी पार्टी क्लीनिक में बदल दिया है। उन्होने कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि सरकार इस परियोजना के प्रचार पर 30 करोड़ रूपये खर्च करना चाहती है, जबकि उसे स्थापित करने पर केवल 10 करोड़ रूपये खर्च किए गए हैं।

     

    सरदार मजीठिया ने यह भी बताया कि कैसे पूर्व स्वास्थ्य सचिव अजय शर्मा,जिन्होने इस विज्ञापन जिसमें तामिलनाडू में भी इस योजना का विज्ञापन करने के खर्च का विरोध किया था,उन्हे स्वास्थ्य विभाग से बाहर कर दिया गया है। सरदार मजीठिया ने पूर्व मुख्यमंत्री राम किशन द्वारा 1966 में स्थापित पीएचसी का उदाहरण देते हुए बताया कि कैसे असुरक्षित इमारत का नवीनीकरण कर आम आदमी क्लीनिक स्थापित किए जा रहे हैं।

    सरदार मजीठिया ने कहा कि इस कदम से स्वास्थ्य क्षेत्र पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है और 540 डिस्पेंसरियां बंद हो गई हैं, जिसके कारण 6000 गांवों में स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हुई हैं। उन्होने कहा कि लगभग 1200 गांवों के फार्मासिस्ट और डाॅक्टर इससे प्रभावित हुए हैं और ठेके पर रखे स्टाफ, जिनकी तनखाह सालों से नही बढ़ाई गई है हड़ताल पर चल रहे हैं। उन्होने कहा कि पंजाब के अस्पतालों में दवाओं और टीके तक की कमी है। उन्होने कैंसर और हेपेटाइटिस-सी के रोगियों को दी जाने वाली मुफ्त स्वास्थ्य सुविधा को खत्म करने के लिए भी आप पार्टी की सरकार की निंदा की।

    सरदार मजीठिया ने कहा कि आप पार्टी की सरकार दिल से पंजाबियों का भला नही करना चाहती। उन्होने कहा, ‘‘ यह क्लीनिक अन्य राज्यों के मतदाताओं को लुभाने के लिए खोले गए हैं, सच्चाई यह है कि पुरानी इमारतों पर लीपापोती कर योजना का बढ़ा-चढ़ा कर प्रचार करने के लिए खोली गई है।