पंजाब भर में पेट्रोल-डीजल की किल्लत के बाद अब घरेलू और कमर्शियल गैस की सप्लाई को लेकर हाहाकार मचनी शुरू हो गई है। दरअसल, गैस कंपनियों की रिफाइनरी से सप्लाई नहीं मिलने के कारण एजेंसियों के हालात बिगड़ने शुरू हो गए है। वहीं सुबह से पेट्रोल-डीजल को लेकर राज्य में हड़कंप मचा हुआ है।
बता दें कि भारत सरकार ने हाल ही में कानून में कई बड़े बदलाव करते हुए ब्रिटिश भारतीय दंड संहिता को भारतीय दंड संहिता में बदल दिया है। इनमें से एक प्रमुख बदलाव सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मौतों से संबंधित है। देश में सड़क हादसों से होने वाली मौतों की संख्या 5 लाख के पार पहुंच गई है। इसलिए अब ‘हिट एंड रन’ मामलों में सजा का प्रावधान 2 साल से बढ़ाकर 10 साल की कैद व 7 लाख रुपए का जुर्माना कर दिया गया है। इसके विरोध में देशभर के ट्रांसपोर्ट संगठन हड़ताल पर चले गए हैं।
स्पोर्ट्स एसोसिएशन ने देश में ट्रक, टेम्पो को पूरी तरह से बंद कर दिया है और सड़कों पर निजी वाहनों को रोका जा रहा है और उनके साथ दुर्व्यवहार किया जा रहा है। ट्रांसपोर्ट संगठनों का कहना है कि इस कानून के बाद देश में कोई भी व्यक्ति ट्रांसपोर्ट में ड्राइवर की नौकरी नहीं करेगा और अगर कोहरे या अन्य कारणों से कोई दुर्घटना होती है तो ड्राइवर को भारी सजा भुगतनी पड़ेगी।ट्रांसपोर्ट के इस चक्के जाम का सीधा असर देशभर के कारोबार पर पड़ रहा है। पंजाब भर में 134 ट्रांसपोर्ट यूनियन हैं, जो 70,000 से अधिक ट्रक और टेम्पो का संचालन करते हैं।