चंडीगढ़/24फरवरी: शिरोमणी अकाली दल के अध्यक्ष सरदार सुखबीर सिंह बादल ने आज ‘अजनाला’ में अराजक तत्वों द्वारा अपने स्वार्थी मकसद क पूर्ति के लिए पवित्र श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी को ढ़ाल बनाकर इस्तेमाल करने और पवित्र ग्रंथ को पुलिस थाने में ले जाने की कोशिश कर की गई बेअबदी की कड़ी निंदा की है।

    अकाली दल अध्यक्ष ने पार्टी की कोर कमेटी की अध्यक्षता करने के बाद कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार और पंजाब की आप सरकार की राज्य के माहौल को खराब करने और राज्य की शांति और साम्प्रदायिक सदभाव के कड़ी मेहनत से कमाए गए माहौल को खराब करने की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि वे ‘‘ वे साम्प्रदायिक रूप से राज्य का माहौल खराब करने पर तुले हुए हैं’’।

    सरदार बादल ने कहा कि यह वास्तव में दिल्ली और पंजाब में मौजूद शक्तियों द्वारा सक्रिय रूप से प्रायोजित आंतक का युग है।

    सरदार बादल ने कहा कि सरदार परकाश सिंह बादल की अगुवाई वाली सरकार में पूरे पंद्रह सालों तक राज्य में पूर्ण शांति, साम्प्रदायिक सदभाव और बड़े पैमाने पर चैतरफा विकास किया। उन्होने कहा कि कोई भी राज्य शांति और साम्प्रदायिक सदभाव के बिना प्रगति नही कर सकता,‘‘ लेकिन उन पंद्रह सालों में हुई राज्य की उपलब्धियों को कांग्रेस और आप की लगातार दो सरकारों ने बर्बाद कर दिया है’’।

    सरदार बादल ने कहा ,‘‘ राज्य में पूरी तरह से अराजकता और भय का माहौल बना हुआ है, जिसमें हत्याएं और गैंगस्टरवाद रोजमर्रा की बात हो गई है। उन्होने कहा कि यह वास्तव में दिल्ली और पंजाब की मौजूदा सरकारों द्वारा सक्रिय रूप ये प्रायोजित आंतक के शासन का युग है’’।

    सरदार बादल ने राज्य के लोगों को आश्वासन दिलाया कि पंथ और पंजाब की प्रतिनिधि के तौर पर अकाली दल पंजाबियों की एकता ,शांति और साम्प्रदायिक सदभाव की रक्षा करना जारी रखेगी, भले ही इसके लिए हमें सर्वोच्च बलिदान देना पड़े।

    अजनाला में हुए कल नरसंहार के दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के लिए कहते हुए सरदार बादल ने कहा, ‘‘ यह बेहद निंदनीय, अविश्वसनीय और नामाफी काबिल है। उन्होने कहा कि सिख इतिहास में कभी भी किसी ने भी पवित्र श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की बेअदबी से अपमान नही किया जैसा कि कल अजनाला में किया गया है। सरदार बादल ने जोर देकर कहा कि शांतिपूर्ण विरोध और जुलूस लोगों का लोकतांत्रिक अधिकार है और उनकी पार्टी भी इसका पूरा समर्थन करती है। उन्होने कहा, ‘‘ लेकिन जिस तरह से कुछ लोगों ने इसे अपने हितों को बढ़ावा देने के लिए धरनों, विरोध प्रदर्शनों यां जुलूस में हमारे पवित्र गुरु का उपयोग करना फैशन बनता जा रहा है, वह अक्षम्य है’’।

    अकाली दल अध्यक्ष ने कहा कि विघटनकारी और अराजक तत्वों को सक्रिया रूप से बढ़ावा देकर पंजाबियों की शांतिपूर्ण लोकतांत्रिक आवाज को अप्रासंगिक बनाने के लिए एक साजिश रची जा रही है। कोर कमेटी ने कहा, ‘‘ आप पार्टी कल के पूरी तरह से प्रशासनिक निष्क्रियता के बारे में क्या व्याख्या कैसे कर सकती है, जबकि सरकार द्वारा इसे सुनिश्चित करने के लिए सरकार द्वारा कोई प्रयास ही नही किया गया। उन्होनेे कहा कि पंजाब में सरकार नाम की कोई चीज नही है।

    सरदार बादल के साथ कोर कमेटी के मैंबर बलविंदर सिंह भूंदड़, एसजीपीसी अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी, परमजीत सिंह सरना, महेशइंदर सिंह ग्रेवाल, डाॅ. दलजीत सिंह चीमा, एन के शर्मा, अनिल जोशी, गुलजार सिंह रणीके , हीरा सिंह गाबड़िया, सिकंदर सिंह मलूका, सुरजीत सिंह रखड़ा, इकबाल सिंह झूंदा, गुरबचन सिंह बब्बेहाली, शरनजीत सिंह ढ़िल्लों , डाॅ. सुखविंदर सुक्खी, पवन टीनू और सुनीता चैधरी शामिल थे।