फरीदकोट: (विपन/प्रबोध)- जनवरी के पहले सप्ताह में मौसम का मिजाज बदल गया है। सुबह से शाम तक रुक-रुक कर बारिश होती रही। बारिश के कारण लोगों को ठिठुरन भरी सर्दी का अहसास हुआ। दिन का अधिकतम तापमान 14 डिग्री सेल्सियस जबकि रात्रि का न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस पर बना रहा। मौसम विभाग के अनुसार बारिश और सर्दी बढ़ने की वजह पहाड़ी राज्यों में हिमपात का होना बताया जा रहा है। मंगलवार दिनभर सूर्य देवता के दर्शन नहीं हुए। दोपहर के समय हल्की बारिश से कुछ हिस्सों में लोगों को परेशानी हुई। कृषि के जानकारों के अनुसार यह बारिश फसलों खास कर गेहू के लिए लाभप्रद है। तापमान में कमी और धूप न निकलने के कारण गृहणियों के साथ बच्चों को ज्यादा परेशानी हुई। वह घरों से खेलने के लिए नहीं निकल पाए और दिन भर घर में धमाचौकड़ी मचाते रहे।
जिला कृषि विभाग के अनुसार जिले में 1.10 लाख हेक्टेयर भूमि पर गेहूं की खेती किसानों द्वारा की गई है, गेहूं की फसल अभी अच्छी प्रकार से विकसित हो रही है, और यह बारिश गेहूं की फसल के लिए लाभप्रद है, ऐसे में वह किसान जो कि अपनी गेहूं की फसल को सिचाई करना चाह रहे हैं वह मौसम का रूख जरूर देख ले, क्योंकि यदि ज्यादा बारिश हो गई तो यह गेहूं की फसल के लिए नुकसानदायक भी हो सकती है। इनसेट:-बारिश से कम होगा सूखी सर्दी का प्रकोप : डा. कक्कड़:-फरीदकोट सिविल अस्पताल के एसएमओ डा. चंद्रशेखर कक्कड़ ने बताया कि यह मौसम बच्चों व बड़ों के लिए विशेष सावधानी रखने वाला है, यदि किसी को सेहत संबंधी कोई समस्या हो तो वह पहल के आधार पर डाक्टर से परामर्श कर अपना उपचार करवाए। पिछले कई दिनों से पड़ रही सूखी सर्दी के चलते अस्पतालों में सर्दी, जुकाम, गला खराब व बुखार के काफी मरीज आ रहे थे। बारिश से सूखी सर्दी का प्रकोप खत्म होगा।