पंजाब मुख्यमंत्री भगवंत मान ने गवर्नर बनवारी लाल पुरोहित को चिट्ठी लिखकर जवाब भेजा है। इसमें उन्होंने गर्वनर को पंजाब सरकार द्वारा 50 हजार करोड़ रुपए के कर्जे का पूरा हिसाब दिया है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस चिट्ठी में सी.एम. मान ने कहा कि 50 हजार करोड़ नहीं बल्कि 47 हजार करोड़ रुपए का कर्जा लिया गया है। उन्होंने बताया कि पुरानी सरकारों के समय के कर्जे के 27 हजार करोड़ रुपए का ब्याज चुकाया गया है। यही नहीं पंजाब के विकास के लिए नया कर्ज लिया गया है। सी.एम. मान ने कहा कि 37 हजार से ज्यादा नौकरियां दी गई है।

    यह भी बताया जा रहा है कि इस चिट्ठी में पावर सब्सिडी, सरकारी स्कीमों का जिक्र और जीएसटी (GST) के बकाये के बारे में भी जानकारी दी गई है। सी.एम. मान ने यह भी गवर्नर को बताया कि पिछली सरकारों ने जो 3 लाख करोड़ का कर्ज लिया था, हर महीने ब्याज और किश्त जाती है। इसके अलावा पंजाब सरकार अपने सोर्सेज से स्कीम व संस्थाओं को फंड दे रही है। उन्होंने आगे लिखा कि 21 सितंबर को सरकार ने केंद्र से 5637 करोड़ का आर.डी.एफ. रिलीज करवाने में मांग की थी, जिसके बाद 22 सितंबर गर्वरन ने पंजाब सरकार द्वारा लिए कर्जे का हिसाब मांगा था।

    इस चिट्ठी में लिखी कि सरकार ने 1 अप्रैल 2022 से 31 अगस्त 2023 तक 47,107 करोड़ का कर्ज लिया है, जिसमें मार्केट लोन व नाबार्ड के कर्ज भी शामिल हैं। इसके अलावा केंद्र सरकार की तरफ से मंजूर किए गए प्रोजेक्टों से जुड़ा लोन भी शामिल है। उन्होंने कहा कि 27,016 करोड़ रुपए तो कर्जे के ब्याज के ही जा रहे है, जिसे पिछली सरकारों ने छोड़ दिया है। बता दें गत दिन पटियाला पहुंचे सी.एम. मान ने कहा था कि वह 50 हजार करोड़ रुपए के कर्जे की पूरी जानकारी देंगे जिसके चलते उन्होंने गवर्नर को चिट्ठी लेकर कर्जे की पूरी जानकारी दी है।