चंडीगढ़/06अक्टूबर: शिरोमणी अकाली दल ने आज मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी से कहा कि वे कुछ दिनों के लिए हेलीकाॅप्टर से नजारे लेना बंद कर अनुसूचित जाति और समाज के कमजोर वर्गों की शिकायतों का समाधान कर, किसान तथा खेत मजदूर जो गुलाबी सुंडी के हमले प्रभावित हुए हैं के लिए तत्काल मुआवजे की घोषणा करें।

     

    यहां एक प्रेस बयान जारी करते हुए अकाली दल के प्रवक्ता पवन कुमार टीनू ने कहा कि मुख्यमंत्री ने बठिंडा में लाखों एकड़ जमीन पर कपास की फसल को हुए भारी नुकसान को देखने के बाद एक सप्ताह हो चुका है। उन्होने कहा कि मुख्यमंत्री ने त्वरित मुआवजे का वादा किया था, लेकिन एक भी किसान यां खेत मजदूर को कोई मुआवजा नही मिला है। ‘‘ राज्य सरकार को कपास की फसल को कपास की फसल को हुए नुकसान का आकलन करने के लिए अभी एक सर्वेक्षण करना है’’।

     

    श्री पवन कुमार टीनू ने कहा कि मालवा क्षेत्र से आने वाली रिपोर्टों से पता चलता है कि कपास की फसल के नष्ट होने के कारण खेत मजदूर की हालत गंभीर है, और इससे उनकी आजीविका के साधन छिन गए हैं। उन्होने कहा कि ‘‘ हम मुख्यमंत्री से अनुरोध करते हैं कि वे अपने कार्यालय में कुछ दिन का समय दें ताकि खेत मजदूरों के लिए उसी तरह व्यापक मुआवजे का आदेश दिया जा सके, जैसे कि कपास की फसल इसी तरह प्रभावित होने के बाद सरदार परकाश सिंह बादल की पूर्ववर्ती शिरोमणी अकाली दल सरकार ने किया था’’।

    श्री टीनू ने कहा कि अनुसूचित जाति और समाज के कमजोर वर्गों ने मुख्यमंत्री पद के लिए श्री चन्नी को पूरी आशा के साथ देखा था। ‘‘ उन्होने यह महसूस किया था कि नए मुख्यमंत्री अनुसूचित जाति की आबादी के खिलाफ की गई गलतियों के खिलाफ न्याय सुनिश्चित करने के अलावा कमजोर वर्गों से संबंधित सभी सामाजिक कल्याण योजनाओं में तेजी लाएंगें। उन्होने कहा कि श्री चन्नी ने समुदाय की उम्मीदों को धूमिल कर दिया । ‘‘ मुख्यमंत्री ने शगुन योजना और वृद्धावस्था पैंशन योजना सहित किसी भी सामाजिक कल्याण योजना को वितरित करने के लिए कोई तेजी नही लाई गई है। यहां तक कि गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले परिवारों को दिए गए लाखों नीले कार्ड भी , जिन्हे कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में बिना किसी बात के खत्म कर दिया गया, को बहाल नही किया गया है’’।

    इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि श्री टीनू ने कहा कि अनुसूचित जाति समुदाय , विशेष रूप से छात्र उन्हे न्याय के लिए श्री चन्नी की और देख रहे हैं। ‘‘ अनुसूचित जाति के छात्र समुदाय में एक भावना थी कि चन्नी पूर्व समाज कल्याण मंत्री साधु सिंह धर्मसोत के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज करने के आदेश देंगें और अनुसूचित जाति के छात्रों के लिए 65 करोड़ रूपये का गबन करने के लिए उनकी तत्काल गिरफ्तारी का आदेश देंगें, इसके अलावा पसंदीदा संस्थानों को करोड़ों रूपये वितरित करने के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करेंगंे। ऐसा नही किया गया इसीलिए एस.सी छात्रों का श्री चन्नी की लीडरशीप से विश्वास समाप्त हो रहा है’’।

    श्री टीनू ने नए मुख्यमंत्री से अनुरोध किया कि वे कमजोर वर्गों की समस्याओं पर ध्यान दें और वे गांधी परिवार की कठपुतली न बनें। ‘‘ अब भी श्री चन्नी पंजाब के लोगों के लिए काम करने के बजाय उत्तर प्रदेश में प्रियंका गांधी की छवि बनाने के लिए गांधी परिवार के गेम प्लान के अनुसार काम करने में व्यस्त हैं। उन्होने मुख्यमंत्री से अपील की कि वे कुछ दिनों तक इधर उधर जाना बंद कर अपने कार्यालय में उपस्थित होकर पंजाबियों की बेहतरी के लिए काम करें।