मिल्वौकी में रिपब्लिकन पार्टी ने शुक्रवार को (भारतीय समयानुसार) अमेरिका के राष्ट्रपति के पद के लिए अपने उम्मीदवार के नाम की घोषणा की. पार्टी के नेशनल कन्वेंशन में देश के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नाम की उम्मदीवारी की धोषणा की गई. घोषणा होने के बाद पूर्व राष्ट्रपति ने कहा, ‘आज रात पूरे विश्वास और समर्पण के साथ, मैं संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति पद के लिए आपके नामांकन को गर्व से स्वीकार करता हूं.’ ट्रंप के इतना कहते ही पूरा कन्वेंशन हॉल मौजूद लोगों की तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा.
मिल्वौकी में रिपब्लिकन नेशनल कन्वेंशन शुक्रवार को पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा पार्टी के राष्ट्रपति पद के नामांकन को स्वीकार करने के साथ समाप्त हुआ, जिससे चार साल से चल रही वापसी को बल मिला और हत्या के प्रयास के मद्देनजर पिछले सप्ताह और भी अधिक प्रत्याशित था.
अपने पार्टी वाले ही बिडेन से खींच रहे हाथ?
इस बीच, पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा ने राष्ट्रपति जो बिडेन की उम्मीदवारी के बारे में डेमोक्रेट्स (पार्टी सदस्य) के सामने निजी तौर पर अपनी चिंता जाहिर की. वहीं, पूर्व हाउस स्पीकर नैन्सी पेलोसी ने बिडेन को चेतावनी दी है कि यदि वह दौड़ से पीछे नहीं हटते हैं, तो डेमोक्रेट्स हाउस में नियंत्रण हासिल करने की क्षमता खो सकते हैं.
#WATCH | The crowd at Republican National Convention in Milwaukee erupts into cheers and chants for him, as former US President Donald Trump accepts the nomination for the President of the United States.
(Video: Republican National Convention/YouTube) pic.twitter.com/BrsYKsojSV
— ANI (@ANI) July 19, 2024
सबसे सख्त और लचीला शख्स हैं ट्रंप
ट्रंप का परिचय उनके ही पार्टी के डाना ह्वाइट ने देते हुए कहा, ‘मैं सख्त आदमी के साथ काम कर रहा हूं, और मैं अपने जीवन जितने भी लोगों से मिला हूं उनमें यह आदमी सबसे सख्त, सबसे लचीला इंसान है.’ उन्होंने जोर देकर कहा कि जब ट्रंप सत्ता में थे, तब संयुक्त राज्य अमेरिका एक शानदार जगह था.
हमारी जीत तय है
अपने भाषण में, पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप ने यह स्पष्ट किया कि अब से चार महीने बाद, रिपब्लिकन पार्टी ही विजयी होगी. अपने नामांकन को स्वीकार करते हुए, उन्होंने जोर देकर कहा कि ‘वह पूरे अमेरिका के लिए राष्ट्रपति बनने के लिए दौड़ रहे हैं, न कि आधे अमेरिका के लिए…’
मुझे यहां नहीं होना चाहिए था
पूर्व राष्ट्रपति ने अपने संबोधन की शुरुआत अपने ऊपर हुए ‘दर्दनाक’ हत्या के प्रयास को याद करके की. उनपर जानलेवा हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था. उन्होंने इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना के बारे में बात करते हुए इस बात पर जोर दिया कि गोली ‘उनकी जान लेने से एक चौथाई इंच के भीतर’ चली थी.