पृथ्वी की बाह्य परत में अचानक हलचल से उत्पन्न ऊर्जा के चलते भूकंप आता है। यह ऊर्जा पृथ्वी की सतह पर भूकंप की तरंग उत्पन्न करती है। यह भूमि को हिलाकर या विस्थापित कर प्रकट होती है। अक्सर भूकंप भूगर्भीय दोषों के कारण आते हैं।
चंडीगढ़ में मंगलवार दोपहर 2:54 बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए। कुछ सेकेंड के लिए धरती हिलने से लोग दहशत में आ गए और घरों और दफ्तरों से बाहर निकल आए। नेशनल सेंटर फॉर सिस्मॉलोजी के मुताबिक, भूकंप की तीव्रता 6.2 मापी गई। जिसका केंद्र नेपाल में जमीन से पांच किलोमीटर गहराई में था।
इससे पहले मंगलवार सुबह 11 बजकर 6 मिनट 3 सेकेंड पर सोनीपत में भूकंप आया था। भूकंप की तीव्रता ज्यादा नहीं थी। राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र, दिल्ली के अनुसार भूकंप का केंद्र बिंदु सोनीपत रहा। रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 2.7 मापी गई।
ये है भूकंप आने का कारण
पृथ्वी की बाह्य परत में अचानक हलचल से उत्पन्न ऊर्जा के चलते भूकंप आता है। यह ऊर्जा पृथ्वी की सतह पर भूकंप की तरंग उत्पन्न करती है। यह भूमि को हिलाकर या विस्थापित कर प्रकट होती है। अक्सर भूकंप भूगर्भीय दोषों के कारण आते हैं। भारी मात्रा में गैस प्रवास, पृथ्वी के भीतर गहरी मीथेन, ज्वालामुखी, भूस्खलन और नाभिकीय परीक्षण ऐसे मुख्य दोष हैं।