वित्त मंत्री निर्मला सितारमण ने बजट 2025 से ठीक एक दिन पहले शुक्रवार को संसद में आर्थिक सर्वेक्षण (Economic Survey 2025) पेश किया। आर्थिक सर्वेक्षण में उत्पादकता बढ़ाने के लिए के आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के इस्तेमाल पर प्रमुखता से जोर दिया गया। सर्वेक्षण में कहा गया कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को शामिल करने से श्रम बाजार की गुणवत्ता में सुधार होगा, जिससे प्रोडक्टिविटी बढ़ेगी और रोजगार पैदा होंगे।वित्त मंत्री ने आर्थिक सर्वेक्षण पेश करते हुए कहा कि एआई इंटिग्रेशन से उत्पादकता बढ़ाने, कार्यबल की गुणवत्ता को बढ़ाने और रोजगार सृजन का अवसर मिलता है, बशर्ते कि मजबूत इंफ्रास्ट्रक्चर के माध्यम से चुनौतियों का प्रभावी ढंग से समाधान किया जाए।

    युवाओं के लिए बदलाव को अपनाना आसान

    आर्थिक सर्वेक्षण में इस बात पर जोर दिया गया कि भारत की ज्यादातर आबादी युवा है और बदलाव को आसानी के अपना सकती है। चूंकि भारत एक सर्विस आधारित अर्थव्यवस्था है, ये आबादी एआई अडाप्शन से देश की आर्थिक प्रगति में तेजी ला सकती है। एआई को अपनाने से आर्थिक विकास को समर्थन तो मिलेगा ही साथ में श्रम बाजार को अपनी गुणवत्ता सुधारने का भी अवसर मिलेगा।

    शिक्षा में बढ़ाया जाएगा एआई का उपयोग

    आर्थिक सर्वेक्षण में श्रम बाजार की गुणवत्ता को सुधारने के लिए शिक्षा और कौशल विकास पर प्रमुखता से ध्यान केंद्रित करने की भी बात कही गई। सर्वेक्षण कहा गया कि शिक्षा और स्किल डेवलपमेंट में एआई को प्राथमिकता देकर देश की युवा आबादी को भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयार किया जा सकता है। ऐसे युवा भविष्य की आवश्यक योग्यताओं से लैस होंगे और देश की प्रगति में अपना योगदान देंगे। सर्वेक्षण में इस बात पर प्रकाश डाला गया कि महामारी के बाद तेज रिकवरी और फॉर्मलाइजेशन के कारण लेबर मार्केट में ग्रोथ देखा जा रहा है।

    1 फरवरी को पेश होगा बजट

    बता दें कि वित्त मंत्री निर्माला सितारमण (Nirmala Sitaraman) शनिवार, 1 फरवरी को सुबह 11 बजे से संसद में बजट 2025 पेश करने वाली हैं। यह निर्माला सितारमण द्वारा पेश किया गया आठवां बजट होगा। इससे पहले उन्होंने छह वार्षिक और दो अंतरिम बजट पेश किए थे।