लुधियाना : लुधियाना में मृत 4 वर्षीय बच्चे के शव को दफनाने के 24 घंटे बाद बाहर निकाला गया। मृत बच्चे की पहचान प्रताप कुमार के रूप में हुई है। इस मामले को लेकर पारिवारिक सदस्यों ने आरोप लगाए हैं कि अस्पताल प्रशासन अपनी लापरवाही के कारण बच्चे की मौत हुई है। उन्होंने कहा कि जिस अस्पताल में बच्चे को इलाज के लिए भर्ती करवाया गया था उन्होंने उसे अधिक मात्रा में ग्लूकोज चढ़ा दिया। परिजनों ने कहा कि इसके बाद अस्पताल वालों ने बच्चे को दूसरे अस्पताल ले जाने के लिए कहा। जब वह बच्चे को लेकर दूसरे अस्पताल पहुंचे तो डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया।

    इस संबंध में जानकारी देते हुए बच्चे के पिता पवन ने बताया कि 6 सितंबर को खाना खाने के बाद उनके बेटे प्रताप की तबीयत खराब हो गई। इसके बाद बच्चे को निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया। उन्होंने आरोप लगाए कि डॉक्टर ने बच्चे का उपचार नहीं किया बल्कि डॉक्टर के सहायक ने उसे ग्लूकोज लगाया। इसके बाद अस्पताल वालों ने बच्चे को किसी अन्य बड़े अस्पताल के जाने के लिए कहा। वह बच्चे को लेकर सिविल अस्पताल पहुंचे जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। परिवार वालों ने 7 सितंबर को बच्चे को दफना दिया था। इसके बाद उन्होंने मामले की शिकायत पुलिस को दी। मामले की जांच के लिए पुलिस की मौजूदगी में 24 घंटे बाद बच्चे के शव को कब्र से बाहर निकाला गया। अब उसका पोस्टमार्टम करवाया जाएगा ताकि उसकी मौत के असल कारणों का पता चल।

    वहीं इसे लेकर निजी अस्पताल के मालिक का कहना है कि परिजन जब बच्चे को लाए तो उसमें सिर्फ 17 हजार सेल बचे थे। इस कारण उन्होंने बच्चे को बड़े अस्पताल ले जाने के लिए कहा था। उन्होंने कहा कि उन्हें पुलिस की जांच पूरा भरोसा है और वह निर्दोश हैं।