पूरा देश आज अपना राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस मना रहा है। आज के ही ऐतिहासिक दिन चंद्रयान-3 मिशन ने पूरी दुनिया में भारत का डंका बजा दिया था। उसी की याद में पहली वर्षगांठ मनाई जा रही है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने पहले राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस पर भारत मंडपम में अंतरिक्ष प्रौद्योगिकियों और उपलब्धियों को प्रदर्शित करने वाली प्रदर्शनी का दौरा किया। साथ ही इसरो के रोबोटिक्स चैलेंज और भारतीय अंतरिक्ष हैकथॉन के विजेताओं को पुरस्कार दिए।
#WATCH | Delhi | President Droupadi Murmu visits an exhibition to showcase space technologies and achievements, at Bharat Mandapam, on the maiden National Space Day
Union Minister Dr Jitendra Singh and ISRO Chairman S Somanath also present
(Video source: ISRO) pic.twitter.com/Mxb1FwDm5A
— ANI (@ANI) August 23, 2024
#WATCH | Delhi | President Droupadi Murmu gives prizes to the winners of ISRO's Robotics challenge and Bharatiya Antariksh Hackathon, on inaugural National Space Day pic.twitter.com/vUObhFSOg3
— ANI (@ANI) August 23, 2024
क्या बोले इसरो प्रमुख?
इस मौके पर इसरो प्रमुख ने कहा, ‘पिछले साल हमने चंद्रयान -3 मिशन को सफलतापूर्वक लॉन्च किया था। हमने कभी नहीं सोचा था कि इस उपलब्धि से इतना बड़ा प्रभाव पड़ने वाला है। यह तब हुआ जब कुछ दिनों बाद भारत के प्रधानमंत्री ने नियंत्रण केंद्र में हमसे मुलाकात की और उन्होंने 23 अगस्त को राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस घोषित किया और लैंडिंग स्थल यानी चंद्रयान-3 को शिव शक्ति बिंदु घोषित किया।’
दुनिया ने कभी उम्मीद नहीं की थी…
केंद्रीय अंतरिक्ष राज्य मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने कहा, ‘एक साल पहले 23 अगस्त 2023 को हमारा चंद्रयान- III चंद्रमा के दक्षिण की ओर उतरने वाला पहला अंतरिक्ष मिशन बना था। इसने पूरी दुनिया को चकाचौंध कर दिया था। पीएम मोदी ने उसी वक्त घोषणा कर दी थी कि हर साल राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस मनाया जाएगा। दुनिया ने कभी उम्मीद नहीं की थी कि हम यह उपलब्धि हासिल कर पाएंगे क्योंकि हमारी अंतरिक्ष यात्रा 55 साल लंबी है। आज, इसरो आधी सदी के भीतर किसी और से पहले चंद्रमा के दक्षिण की ओर उतरने वाला पहला बन गया है।’