नई दिल्ली : दिल्ली सिक्ख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के जनरल सचिव सरदार जगदीप सिंह काहलों का नेतृत्व में एक बड़ा जत्था करतारपुर साहिब रास्ते के द्वारा गुरुद्वारा श्री दरबार साहिब श्री करतारपुर साहिब के दर्शन के लिए पाकिस्तान को रवाना हुआ। सरदार जगदीप सिंह काहलों ने बताया कि पिछली दिनों हम गुरुद्वारा श्री दरबार साहिब श्री करतारपुर साहिब के दर्शनों के लिए गए थे तो उस समय पर वहां के प्रबंधकों और हैड ग्रंथी साहब ने दिल्ली गुरुद्वारा कमेटी के साथ यह गिला सांझा किया था कि सिक्ख जहां भी बसता है वह 1947 के बाद के जो गुरधांम पाकिस्तान में रह गए थे उनके खुले दर्शन दीदारे की अरदासें करता था परन्तु यदि दोनों देशों की सरकारों की मेहरबानी सदका यह रास्ता खुला है तो जितनी हमें आशा थी कि सिक्ख हजारों की संख्या में यहां करतारपुर साहिब के दर्शनों को आया करेंगे परन्तुु अफसोस के साथ कहना पड़ रहा कि यहां रोजाना की 100 से 150 सिक्ख बड़ी मुशकिल से दर्शनों के लिए आते हैं।
उन्होंने कहा कि इस गिले को दूर करने के लिए हम अपना बनता फर्ज अदा करन दिल्ली से संगत का एक बड़ा जत्था गणेेश नगर और ओल्ड महावीर नगर दिल्ली से लेकर डेरा बाबा नानक कोरीडोर पहुँचे हैं और शुरुआत की है। उन्होंने कहा कि यह जत्था श्री करतारपुर साहिब को डेरा बाबा नानक कोरीडोर से रवाना हुआ है जो दर्शनो के बाद में वापिस लौटेगा। उन्होंने कहा कि करतारपुर साहिब वाला कोरीडोर दोनों तरफ एक दिन में 20 हजार श्रद्धालुओं निकालने की सामर्थ्य रखता है परन्तु अफसोस के साथ वहां 100 – 200 से अधिक श्रद्धालु भी नहीं पहुँचते। उन्होंने शिरोमणी गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सदस्यों, दिल्ली सिक्ख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सदस्यों, तख्त हजूर साहिब और तख्त पटना साहिब के बोर्ड के आधिकारियों और भारत में जितने भी गुरुद्वारा साहिब के प्रधान और प्रशास्निक कमेटिया हैं, को नम्रता भरी अपील की है कि वह अपनी सामर्थ्य अनुसार जत्थे ले कर करतारपुर साहिब के खुले दर्शन करने के लिए जरूर जाएं जिससे पाकिस्तानी और भारतीय आधिकारियों का यह गिला दूर किया जा सके कि जो सीमित श्रद्धालु आ रहे थे वह अब खुले बड़ी संख्या में आने लग गए हैं।