नई दिल्ली: दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के महासचिव जगदीप सिंह काहलों ने बताया कि कमेटी के पूर्व अध्यक्ष मनजिंदर सिंह सिरसा के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने गए गोलकचोर मनजीत सिंह जीके स्वयं के ही खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराकर वापस लौट गए।
सरदार जगदीप सिंह काहलों ने दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा द्वारा दर्ज की गई प्राथमिकी की प्रति आज मीडिया में साझा करते हुए बताया कि पुलिस ने न्यायालय के आदेश का पालन करते हुए एफ.आई.आर दर्ज की है जिसमें मनजिंदर सिंह सिरसा नहीं बल्कि मनजीत सिंह जी.के का नाम आरोपी के रूप में शामिल किया गया है।
उन्होंने कहा कि जो एफ.आई.आर दर्ज की गई है उसमें मनजिंदर सिंह सिरसा व हरमीत सिंह कालका की शिकायत का हवाला देते हुए मनजीत सिंह के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। पुलिस ने यह भी कहा है कि उसने मनजिंदर सिंह सिरसा के नाम पर प्राथमिकी दर्ज ना करने के अदालत के आदेश का पालन भी किया है। प्राथमिकी के विवरण से स्पष्ट है कि दिल्ली पुलिस ने माना है कि अवतार सिंह हित को जाली चिट्ठी मनजीत सिंह जी.के ने दी थी ना कि मनजिंदर सिंह सिरसा ने दी।
अब जबकि प्राथमिकी दर्ज हो गई है तो मंजीत सिंह जीके स्वयं अपने ही जाल में फंस गए हैं और सच्चाई संगत के सामने जल्द आ जाएगी। गोलक चोरी के आरोपी मनजीत सिंह कितनी भी कोशिश कर लें मगर वह अपने राजनीतिक हथकंडों में किसी भी तरह से सफल नहीं हो सकते।