जालंधर। रविवार को सीजन का सबसे गर्म दिन रहा और 9 सालों में पहली बार तापमान 46 डिग्री सेल्सियस से पार हो गया था और दूसरे दिन भी बढ़ते तापमान का असर दिखाई दिया। शहर के बाजार और मुख्य सड़कें पूरी तरह से सुनसान हो चुकी थी और गर्म हवाएं भीषण लू का रूप लेकर वाहन 4 को भी नहीं पैदल चलने वालों को भी परेशान कर रही थी। चिलचिलाती धूप में हाथ पैर भी पूरी तरह से जलने जैसी नौबत है पहुंच चुकी थी। यही कारण है कि मौसम विभाग की तरफ से आरेंज अलर्ट और रेड अलर्ट जारी किया गया है> बता दें कि 45 डिग्री सेल्सियस तापमान पहुंचने पर आरेंज और 46 डिग्री सेल्सियस तापमान पहुंचने पर रेड अलर्ट जारी किया जाता है। लोगों को बाहर निकलने से परहेज करने की सलाह दी जाती है।

    पूरी तरह से विपरीत दिखा मौसम विभाग का पूर्वानुमान

    मौसम विभाग के अनुसार सप्ताह के पहले दिन दिनभर बादल छाए रहने और एक बार दो स्पेल में बारिश पड़ने की संभावना जाहिर की थी इसके साथ अनुमान जाहिर किया था कि तापमान में कम से कम 5 से 6 प्रतिशत तक की कमी आएगी मगर ऐसा कुछ नहीं हुआ। देखना होगा कि मंगलवार को कैसे हालात रहते हैं क्योंकि मंगलवार को भी विभाग की तरफ से भाई रहने और बारिश की संभावना जताई है।

    मौसम विशेषज्ञ डा. दलजीत सिंह का कहना है कि पश्चिमी विक्षोभ की वजह से एकदम से तापमान में बढ़ोतरी और दूसरे ही पल बारिश की संभावना बन रही है। ऐसे में अगर बारिश होती है तो तापमान में गिरावट दर्ज होना लाजिमी ही है, मगर उसके बाद तापमान में बढ़ोतरी का सिलसिला भी बदस्तूर जारी रहेगा। क्योंकि 1 दिन पहले तापमान में इतनी अधिक वृद्धि और दूसरे ही पल कमी आना अच्छे संकेत नहीं है।

    पेय पदार्थों और तरबूज की बिक्री बढ़ी

    भीषण गर्मी में नींबू शिकंजी, लेमन सोडा वाटर आदि की ब्रिकी बढ़ गई है। घर से बाहर निकलने पर लोगों को थोड़ी-थोड़ी देर में प्यास लगती है तो वे सीधे नींबू शिकंजी और लेमन सोडा की दुकान पर पहुंच जाते हैं। ठंडा पेय पीकर लोगों को कुछ देर गर्मी से निजात मिलती है। इस बीच ठंडक पहुंचाने वाले तरबूज जैसे फलों की बिक्री भी बढ़ी है।