नई दिल्ली : कर्ज संकट के कारण आसमान से जमीन पर आ चुकी जेट एयरवेज ढाई साल बाद एक बार फिर से उड़ान भरने को तैयार है। कंपनी के नए मैनेजमेंट जालान कालरॉक कंसोर्टियम ने उम्मीद जताई है कि 2022 में अप्रैल से जून के बीच जेट एयरवेज फिर से उड़ान भर सकती है। जून में नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) ने जालान कालरॉक को मंजूरी दी थी। इस नए कंसोर्टियम ने सोमवार को एक प्रेस बयान जारी किया। इसमें कंपनी ने कहा कि एयर ऑपरेटर सर्टिफिकेट (एओसी) के साथ उसकी प्रक्रिया जारी है। इस प्रक्रिया में रीवैलिडेशन किया है।

    जेट 2.0 ऑपरेशन के लिए जालान कालरॉक कंसोर्टियम ने कैप्टन सुधीर गौर को नियुक्त किया है। सुधीर गौर एक्टिंग सीईओ होंगे। उन्होंने पिछले महीने देश के प्रमुख एयरपोर्ट का दौरा किया था और वहां की अथॉरिटी के साथ मीटिंग की थी। जालान कालरॉक कंसोर्टियम के लीड मेंबर मुरारीलाल जालान ने बताया कि हमें जून 2021 में (NCLT ) की मंजूरी मिली थी। तब से हम सभी संबंधित अथॉरिटी के साथ बात कर रहे हैं।जेट एयरवेज 2.0 का लक्ष्य 2022 में अप्रैल से जून के बीच उड़ान शुरू करने का है। हालांकि उस समय केवल डोमेस्टिक ऑपरेशन ही शुरू होगा। उसके बाद अंतरराष्ट्रीय ऑपरेशन तीसरी या चौथी तिमाही तक शुरू किया जाएगा। हमारी योजना अगले 3 सालों में 50 एयरक्राफ्ट के साथ ऑपरेशन चलाने की है। जबकि 5 सालों में 100 एयरक्राफ्ट तक ले जाने की योजना है।गौरतलब है कि देश का विमानन उद्योग कोरोना महामारी आने के बाद से संकट झेल रहा है। लॉकडाउन के दौरान काफी दिनों तक उड़ानों का संचालन बंद रहा और फिर धीरे-धीरे सीमित संख्या में उड़ानें प्रारंभ की गईं। विदेशी उड़ानों पर भी काफी अंकुश लगने से भी एयरलाइनों का परिचालन प्रभावित हुआ है। नए अवतार के बाद जेट एयरवेज का मुख्यालय दिल्ली-एनसीआर में होगा। जबकि कॉरपोरेट ऑफिस गुरुग्राम में होगी। जेट एयरवेज का हालांकि मुंबई में भी अच्छी खासी उपस्थिति होगी।