cदिवाली के मौके पर पंजाब और चंडीगढ़ में बड़े धमाके की साजिश को सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने नाकाम कर दिया। बीएसएफ ने वीरवार को फाजिल्का बॉर्डर पर अबोहर के गांव बहादुरके में पाकिस्तान से ड्रोन के जरिये भेजा लोडेड इंप्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी), एक किलोग्राम आरडीएक्स, बैटरी और टाइमर बरामद किया।पंजाब बीएसएफ फ्रंटियर के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि आईईडी पूरी तरह से लोडेड होने का मतलब है कि इससे जल्द ही पंजाब और चंडीगढ़ में किसी महत्वपूर्ण जगह आतंकी हमला किया जाना था। चंडीगढ़ में हुए हैंड ग्रेनेड हमले के बाद से ही खुफिया एजेंसियों से बीएसएफ, पंजाब पुलिस और अन्य एजेंसियों को ऐसी सूचना लगातार मिल रही थी।बीएसएफ ने यह पूरा मामला अब फाजिल्का के स्टेट ऑपरेशन सेल को सौंप दिया गया है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) दिल्ली के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इस मामले में पंजाब बीएसएफ फ्रंटियर और पंजाब पुलिस से रिपोर्ट मांगी गई है। रिपोर्ट के आधार पर एनआईए और भारत की अन्य जांच एजेंसियां जांच को आगे बढ़ाएंगी। फिलहाल बीएसएफ व पुलिस ने ग्रामीणों से अपने स्तर पर पूछताछ शुरू कर दी है। कयास लगाए जा रहे हैं कि सीमावर्ती गांव बहादुरके से मिली विस्फोटक सामग्री से फाजिल्का या पंजाब के अन्य जिले और चंडीगढ़ में धमाका कराने की तैयारी थी। इससे पहले पाकिस्तान के रास्ते आए हैंड ग्रेनेड से ही चंडीगढ़ के सेक्टर-10 में विस्फोट कराया गया था।

    बुधवार रात को देखी थी ड्रोन मूवमेंट

    विस्फोटक सामग्री कब्जे में लेकर सुरक्षा एजेंसियों ने जांच शुरू कर दी है। बुधवार रात को बीएसएफ ने गांव बहादुरके में ड्रोन की मूवमेंट देखी। इसके बाद जांच अभियान के दाैरान एक खेत से पैकेट बरामद हुआ। इसे खोलकर देखा तो उसमें आईईडी, आरडीएक्स बैटरी और टाइमर बरामद किया गया।
    पहले भी बॉर्डर पार से आ चुके हैं टिफिन बम, हथियार
    फाजिल्का के जलालाबाद से सटी भारत-पाकिस्तान सीमा के रास्ते वर्ष 2021 में टिफिन बम और एके-47 जैसे हथियार आ चुके हैं। इन बमों के जरिये पंजाब के कई जिलों में धमाके करवाए गए थे। 15 सितंबर, 2021 को जलालाबाद की पुरानी सब्जी मंडी में बाइक में टिफिन बम फिट कर विस्फोट किया गया था। इसमें बम रखने वाला व्यक्ति ही मारा गया था। जलालाबाद के सीमावर्ती गांव धर्मूवाला के खेत से टिफिन बम मिला था। फिरोजपुर की गोबर मंडी में भी विस्फोट हुआ था। फिरोजपुर के सीमावर्ती गांव चांदी वाला से भी टिफिन बम मिले थे। ज्यादातर तस्कर हेरोइन के साथ विस्फोटक सामग्री व असलहा की तस्करी कर रहे हैं।
    पहली बार सितंबर 2019 में आए थे ड्रोन से हथियार
    पंजाब पुलिस ने सितंबर 2019 में तरनतारन के भिखीविंड से दस किलो वजन उठाने में सक्षम जीपीएस युक्त ड्रोन पकड़ा था। इसने हथियार, गोला-बारूद और नकली करेंसी उतारने के लिए पाकिस्तान से आठ बार उड़ान भरी। इससे माध्यम से पांच एके-47 राइफल, 16 मैगजीन और 472 राउंड गोला बारूद, चार चीनी निर्मित .30 बोर पिस्तौल, आठ मैगजीन और 72 राउंड गोला बारूद के साथ, नौ हैंड ग्रेनेड, उनके सहायक उपकरण के साथ पांच सैटेलाइट फोन, दो मोबाइल फोन, दो वायरलेस सेट और 10 लाख रुपये के अंकित मूल्य वाली नकली मुद्रा जब्त की गई थी।