नई दिल्ली, 18 सितंबर: दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष स. मनजिंदर सिंह सिरसा ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को अपील करते हुए कहा है कि गुरुद्वारा बंगला साहिब में श्रद्धालुओं के आने पर पाबंदी के बारे में जारी किए गए आदेश वापिस लिये जाऐं।
यहां जारी किए एक बयान में स. सिरसा ने कहा कि एस.डी.एम चाणक्यपुरी ने अपने एक आदेश के माध्यम से गुरुद्वारा बंगला साहिब नई दिल्ली को श्रद्धालुओं द्वारा कोरोना नियमों के उल्लंघन का बहाना लगाकर बंद करने के लिए कहा है। यह आदेश बेतुका तथा तानाशाही है जिसने सिख भाईचारे की भावनाओं को सीधे तौर पर चोट पहुँचाई है।
उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री को याद दिलाया कि यह वही गुरुद्वारा बंगला साहिब है जिसने अलग-अलग एस.डी.एम व दिल्ली सरकार के अन्य अधिकारियों की विनती पर जरूरतमंदों को लंगर घर-घर जा कर तथा सड़कों पर छकाया/खिलाया। इस सेवा के लिए दिल्ली पुलिस ने गुरुद्वारा साहिब की साईरन प्रक्रिमा भी की। इसके अलावा राष्ट्रीय मीडिया ने गुरुद्वारा साहिब द्वारा मानवता के लिए निभाई गई सेवा की बड़े स्तर पर कवरेज भी की। उन्होंने हैरानी जताते हुए कहा कि एक तरफ दिल्ली सरकार ने सिनेमा हॉल, रैस्तरां, जिम, मॉल, मार्किट, दुकानें, सार्वजनिक पार्क, गार्डन व अन्य स्थलों को कुछ छूट के साथ खोल दिया है मगर धार्मिक स्थानों पर सख्त पाबंदियां लगा रही है।
उन्होंने आगे कहा कि गुरुद्वारा बंगला साहिब एतिहासिक गुरुद्वारा है तथा सिख संगत की भावनाऐं गुरुद्वारा साहिब के साथ जुड़ी हैं। सिख भाईचारे में इस तानाशाही आदेश के खिलाफ बहुत ही रोष है। इसलिए उन्होंने मुख्यमंत्री को अपील करते हुए कहा कि सिख भाईचारे की भावनाओं की कदर करते हुए एस.डी.एम को यह आदेश तुरंत वापिस लेने के हुक्म जारी करें और अगर ऐसा ना किया गया तो फिर सिखों के पास इस तानाशाही आदेश के खिलाफ बड़े स्तर पर प्रर्दशन करने के अलावा कोई रास्ता नहीं रह जाएगा।