बैंक कॉलोनी इलाके में रहने वाली किशोरी नाजिया खातून 8वीं कक्षा की छात्रा थी और इलाके के निजी स्कूल में पढ़ती थी। एएसआई कुलदीप सिंह ने बताया कि 26 मार्च को नाजिया खातून अपने कमरे में फोन चला रही थी कि तभी उसकी मां कमरे में दाखिल हुईं। उसे फोन न चलाने के लिए कहा और उसके फोन को छीन लिया।

    सोशल मीडिया के हाइटेक जमाने में बच्चों को फोन देना बेहद घातक साबित हो रहा है। लुधियाना में एक किशोरी को उसकी मां ने फोन चलाने से मना किया तो उसने गुस्से में आकर फंदा लगा लिया। किशोरी के फंदा लगाए जाने का पता उस समय चला जब नाजिया खातून (14) की मां कमरे में आई। शव लटकता देख मां के होश उड़ गए।

    उनके चिल्लाने की आवाज सुन आसपास के लोग इकट्ठा हो गए। लोग नाजिया खातून को नीचे उतारकर अस्पताल ले गए क्योंकि उसकी सांस चल रही थी, लेकिन हालत नाजुक थी। अस्पताल प्रशासन ने उसे पीजीआई चंडीगढ़ रेफर कर दिया, जहां उसकी मौत हो गई। सूचना मिलने के बाद बस्ती जोधेवाल की पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने जांच के बाद शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

    बैंक कॉलोनी इलाके में रहने वाली किशोरी नाजिया खातून 8वीं कक्षा की छात्रा थी और इलाके के निजी स्कूल में पढ़ती थी। एएसआई कुलदीप सिंह ने बताया कि 26 मार्च को नाजिया खातून अपने कमरे में फोन चला रही थी कि तभी उसकी मां कमरे में दाखिल हुईं। उसे फोन न चलाने के लिए कहा और उसके फोन को छीन लिया। इसके बाद वह कमरे से बाहर चली गईं। जब वह दोबारा कमरे में दाखिल हुईं तो बेटी को फंदे से लटकता हुआ देख चिल्लाने लगी। चिल्लाने की आवाज सुनकर आसपास के लोग इकट्ठा हो गए, जिन्होंने नाजिया को नीचे उतारा और उसे अस्पताल पहुंचाया। इसके बाद किशोरी को अस्पताल प्रशासन ने चंडीगढ़ रेफर किया तो बुधवार देर रात उसकी मौत हो गई।