भारत में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 752 नए केस मिले हैं और 4 लोगों की मौत हो गई. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार शनिवार को कोविड के एक्टिव मामलों की संख्या 3,420 पर पहुंच गई है. वहीं, स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि लोगों को घबराने की जरूरत नहीं बल्कि लोगों को सतर्क रहने की जरूरत है.
देशभर में कोरोना के बढ़ते मामले लोगों को डरा रहे हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, भारत में शनिवार को कोविड-19 के एक्टिव मामलों की संख्या 3,000 का आंकड़ा पार कर गई है. साथ ही पिछले 24 घंटे में कोविड-19 के 752 नए केस मिले हैं जो मई, 2023 के बाद एक दिन में मिलने वाले सबसे ज्यादा मामले हैं, साथ ही 24 घंटे में कोरोना से चार रोगियों की मौतें हुई हैं. शुक्रवार को, भारत में 640 ताज़ा कोविड-19 संक्रमण और एक मौत दर्ज की गई. पिछले दिन एक्टिव केस 2,669 से बढ़कर 2,997 हो गए और शनिवार को यह आंकड़ा 3,420 हो गया.
सबसे ज्यादा मामले केरल में मिले
शनिवार सुबह 8 बजे अपडेट किए गए मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, 17 राज्यों में कोविड-19 के एक्टिव मामलों में बढ़ोत्तरी हो रही है, जिसमें केरल (266), कर्नाटक (70), महाराष्ट्र (15), तमिलनाडु (13) और गुजरात (12) जैसे राज्य शामिल हैं.
मंत्रालय ने कहा कि केरल में कोविड से दो मौतें और कर्नाटक और राजस्थान में एक-एक मौत दर्ज की गई. अब मरने वालों की संख्या बढ़कर 5,33,332 हो गई और मामले की मृत्यु दर 1.18 प्रतिशत दर्ज की गई है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि पिछले 24 घंटों में 325 लोग कोविड-19 से ठीक हुए, जिससे ठीक होने वालों की कुल संख्या 4,44,71,212 हो गई. राष्ट्रीय रिकवरी दर 98.81 प्रतिशत दर्ज की गई है.
एहतियात के तौर पर पहनने मास्क वहीं, सरकार ने कोविड के बढ़ते मामलों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कोविड-19 मामलों में मौजूदा बढ़ोतरी चिंता का कारण नहीं है और लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है. हालांकि, केंद्र ने एहतियात के तौर पर गंभीर बीमारों से पीड़ित लोगों फेस मास्क पहनने की सलाह दी है.
घबराने न सतर्क रहे लोगों: स्वास्थ्य मंत्री
स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने बुधवार को देश भर में स्वास्थ्य सुविधाओं की तैयारियों की समीक्षा की और कोविड के बदलते रूप से सतर्क रहने पर जोर दिया. सूत्रों ने बताया कि 21 दिसंबर तक देश भर में कोविड सब-वेरिएंट जेएन.1 के 22 मामले सामने आए हैं. जिसमें से 19 मामले गोवा और एक-एक मामला केरल और महाराष्ट्र में सामने आया है. WHO ने JN.1 को ओमीक्रॉन फैमिली का रूप बताया है. डब्लूएचओ ने कहा कि यह वायरस तेजी से फैल रहा है और ये चिंताजनक हो सकता है. अधिकारियों ने कहा कि भारत में JN.1 वैरिएंट के कारण मामलों का कोई क्लस्टरिंग नहीं देखी गई है. जो भी केस पाए गए हैं वह काफी हल्के हैं और मरीज बिना की समस्या के जल्दी ठीक भी हो रहे हैं.