चंडीगढ़/28जुलाई: शिरोमणी अकाली दल ने आज प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिद्धू से कहा है कि वह पंजाबियों को बताएं कि उन्होने रेत और शराब माफिया को राहत देने के लिए कांग्रेस आलाकमान द्वारा राज्य सरकार को सौंपे गए अठारह प्वाइंट चार्टर को पांच प्वाइंटस तक क्यों सीमित कर दिया।

     

    पत्रकारों से बातचीत करते हुए अकाल दल के प्रवक्ता डाॅ. दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि नवजोत सिद्धू ने कांग्रेस के मंत्रियों के रेत और शराब माफिया के साथ गठबंधन करने के बाद वे पूरी तरह से बदल गए तथा इनके खिलाफ अपनी लड़ाई त्याग दी है। ‘‘यही कारण है कि जब यह मांग मुख्यमंत्री के सामने रखी तो यह मांगें सिद्धू के एजेंडे से ही गायब हो गई’’।

     

    यह बताते हुए कि सिद्धू दागी कांग्रेसी विधायकों का समर्थन हासिल करने के लिए अपनी अंतरआत्मा की आवाज को बेच सकते हैं, लेकिन पंजाबी उनके द्वारा किए गए कहर को कभी नही भूलेंगें। ‘‘ पंजाब में हाल ही के दिनों में जहरीली शराब त्रासदी में 130 लोगों ने अपनी जानें गंवाई थी। कांग्रेसी विधायकों और नेताओं द्वारा वितरित की गई जहरीली शराब के कारण हुई मौतों में पीड़ितों को न्याय दिलाना सिद्धू के एजेंडे में नही लग रहा है।। इसी तरह लगता है कि सिद्धू भूल गए हैं कि घनौर और खन्ना में अवैध शराब के कारखानों के पीछे कांग्रेस के विधायक उनके सबसे बड़े समर्थकों में से हैं,इसी कारण से वे वे शराब माफिया के खिलाफ कार्रवाई की मांग नही कर रहे हैं। ऐसा लगता है कि रेत माफिया के मामले में भी ऐसा लगता है, जिसने स्टोन क्रशर लगाने के लिए जंगल की जमीन पर कब्जा कर लिया है। इसीलिए सिद्धू अब इनके खिलाफ कोई कार्रवाई नही करेंगें। ऐसा लग रहा है कि नए प्रदेश अध्यक्ष के कैंप में शामिल होने से उनके पाप धूल गए हैं’’।

     

    डाॅ. चीमा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने अपनी सुविधा के अनुसार भ्रष्टाचार के नियम बनाए हैं, कहते हुए डाॅ. चीमा ने कहा कि ‘‘जाखड़ को लगता है कि एक कैबिनेट मंत्री जिसने एक ही जमीने के टुकड़े का दो बार मुआवजा लिया, वह भ्रष्ट है, लेकिन राज्य मंत्रिमंडल में शामिल अन्य मंत्री जो अन्य घोटालों में लिप्त हैं , चाहे वह बीज घोटाला हो, यां नशा मुक्ति गोलियों का घोटाला यां एस.सी छात्रवृत्ति का घोटाला हो , इन सबके बारे में उन्हे कुछ नही कहना है’’।

     

    शिरोमणी अकाली दल के नेता ने कहा कि भ्रष्टाचार के प्रति ऐसा रवैया अपनाकर लोगों को मुर्ख नही बनाया जा सकता। ‘‘ इस मामले की सच्चाई यह है कि पंजाब में पूरी कांग्रेस पार्टी भ्रष्टाचार में लिप्त है। कांग्रेस आलाकमान इस बात से भलीभांति परिचित हैं। यही कारण है कि उन्होने नवजोत सिद्धू को नया चेहरा बनाकर लोगों के ध्यान को राज्य सरकार द्वारा किए गए घोटालों से तथा लोगों से किए गए वादे पूरे करने में विफल रहने के लिए ध्यान भटकाने के लिए ऐसा किया है। यहां तक कि सिद्धू भी इसी कार्यप्रणाली के अनुसार काम कर रहे हैं। यही कारण है कि उन्होने मुख्यमंत्री से पूरी तरह से खेती कर्जा माफी लागू करें यां प्रत्येक घर घर में नौकरी प्रदान करना यां नशे के खतरे को दूर करने के वादे को मांगपत्र में शामिल नही किया है। सिद्धू ऐसा इसीलिए कर रहे हैं , क्योंकि उनकी लोगों से किए वादे पूरे करने की कतई मंशा नही है तथा वह भी कैप्टन अमरिंदर सिंह की तरह किए झूठे वादों से इंकार करना चाहते हैं, लेकिन वे लाख कोशिश कर लें , अ ब वे पंजाबियों को मुर्ख नही बना पाएंगें’’।