जालंधर(Vicky Suri): शिरोमणी अकाली दल के अध्यक्ष सरदार सुखबीर सिंह बादल ने बुधवार को पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान को झूठे दावे करके पंजाबियों को गुमराज करने के खिलाफ चेतावनी देते हुए कहा कि उन्हे कानून व्यवस्था की स्थिति पर नियंत्रण में आने और सरकार द्वारा उद्योग को पर्याप्त बिजली और प्रोत्साहन देने की स्थिति के बाद ही ‘‘ पंजाब निवेश सम्मेलन’’ आयोजित करना चाहिए।

     

    अकाली दल अध्यक्ष ने मोहाली में कल से शुरू हो रहे दो दिवसीय ‘‘ पंजाब इनवेस्ट’’ सम्मेलन के प्रचार का भंडाफोड़ करते हुए मुख्यमंत्री से कहा कि उन्हे झूठे विज्ञापनों पर जनता के पैसे बर्बाद करना बंद करना चाहिए। उन्होने कहा कि सरकार वास्तव में निवेशकों को आकर्षित करने के लिए सुविधाएं देने के बजाय कश्मीर से कन्याकुमारी तक के अखबारों में ‘‘ इनवेस्ट पंजाब की सफलता ’’के पूरे पेज के विज्ञापनों को जारी करने में अधिक रूचि रखती है।

     

    सरदार बादल ने सवाल किया ,‘‘ जब दिल्ली से चलने वाली राज्य सरकार के पास राज्य के उद्योग को देने के लिए कुछ भी आकर्षक नही है, और सत्ताधारी पार्टी के नेता आपराधिक गतिविधियों में सीधे तौर पर शामिल हैं, जैसे की आबकारी घोटाला और यहां तक कि जबरन वसूली में भी , तो कोई राज्य में निवेश करने का जोखिम क्यों लेना चाहेगा?’’।

     

    सरदार बादल ने कहा कि पूर्ववर्ती अकाली दल सरकार ने राज्य को बिजली सरप्लस बना दिया था, लेकिन दुर्भाग्य से अब यह भारी कमी से जूझ रही है, क्योंकि कांग्रेस और आप पार्टी की सरकारों ने बिजली की मांग की समीक्षा करने और उसके अनुसार काम करने की जहमत नही उठाई है। उन्होने कहा कि पिछले छह सालों में राज्य में एक भी बिजली प्रोजेक्ट स्थापित नही किया गया है। इसके अलावा पाॅवरकाॅम को नुकसान हो रहा है, क्योंकि राज्य सरकार उसे सब्सिडी बिल का भुगतान नही कर रही है, तो बिजली के अभाव में यहां कोई उद्योग कैसे टिक पाएगा’’।

     

    इस बारे में अन्य जानकारी देते हुए अकाली दल अध्यक्ष ने कहा कि नई औद्योगिक नीति में ऐसा कोई प्रोत्साहन नही दिया गया , जिससे वे पड़ोसी राज्य में स्थापित इकाइयों के साथ प्रतिस्पर्धा कर सकें। उन्होने बताया कि ‘‘पंजाब का उद्योग यूपी, एमपी, पश्चिम बंगाल और यहां तक कि जम्मू कश्मीर में पलायन कर रहा है। यह बेहद गंभीर चिंता का विषय है’’।

     

    सरदार बादल ने कहा, ‘‘ पंजाब में कानून व्यवस्था कि स्थिति चरमरा गई है। यहां कोई सुरक्षित नही है। राज्य में गैंगस्टरों का राज है। सत्ता पक्ष के विधायक भी बड़े उद्योगपत्तियों और व्यापारियों से रंगदारी मांगने में गैंगस्टरों से मिलीभगत कर रहे हैं। उन्होने कहा कि पंजाब में बड़ी संख्या में व्यवसायी आप पार्टी के नेताओं के सरंक्षण में फल-फूल रहे कुख्यात तत्वों को चुपचाप रंगदारी दे रही हैं’’।

     

     

    अकाली दल अध्यक्ष ने राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति पर कोई पकड़ नही होने के लिए मुख्यमंत्री की निंदा करते हुए इस सप्ताह फिरोजपुर, समाना, पासला(फिल्लौर) में हिंसा की बर्बर घटनाओं का हवाला देते हुए कहा जिनकी वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है, लेकिन पुलिस ने अभी तक उन पर कोई कार्रवाई नही की गई है।

    पूर्ववर्ती अकाली दल की सरकार द्वारा उठाए गए प्रगतिशील कदमों की लोगों को याद दिलाते हुए अकाली दल अध्यक्ष ने कहा, ‘‘ पंजाब निवेश’’ अकाली दल सरकार की देन है। हमारे कार्यकाल के दौरान यह सब परेशानी मुक्त प्रणाली थी तथा सभी मंजूरियां निर्धारित समय सीमा के अंदर एक ही छत के नीचे मिल जाती थी। उन्होने कहा कि हमने ‘‘ इनवेस्ट पंजाब ’’ की शुरूआत की थी, जिसके दौरान हम करोड़ों रूपये का निवेश आकर्षित करने में सक्षम हुए, क्योंकि हमने चार तथा छह लेन राजमार्ग, हवाई अडडे सहित बुनियादी ढ़ांचे का निर्माण कर उन्हे विकास के लिए एक स्वस्थ वातावरण प्रदान किया।

     

    सरदार बादल ने कहा , ‘‘ दुर्भाग्य से कांग्रेस और आप पार्टी की सरकारों ने इस विभाग को ‘‘ पंजाब विनिवेश’’ बना दिया है, जिससे निवेश पंजाब से बाहरी राज्यों में जा रहा है’’।

     

    अकाली दल अध्यक्ष ने भगवंत मान सरकार को मीडिया और अंतरराष्ट्रीय हवाई अडडों पर करोड़ों रूपये के झूठे विज्ञापन जारी करने की निंदा की,जिसमें दिखाया गया है कि राज्य वास्तव में 40 हजार करोड़ रूपये का निवेश लाया और 10 महीनों में 2.5 लाख नौजवानों को नौकरियां दी गई’’।

     

    सरदार बादल ने कहा, ‘‘ अगर यह सच है तो मैं मुख्यमंत्री को चुनौती देता हूं कि वह वही विज्ञापन दें जिसमें उन उद्योगों का नाम सूचीबद्ध किया जाए , जो वह ला सकते हैं और नौकरी पाने वाले नौजवानों का विवरण गांववार यां जिलेवार दिया जाना चाहिए’’।

     

    अकाली दल अध्यक्ष ने केंद्रीय धन के दुरूपयोग पर चिंता व्यक्त की , जिसके कारण ‘‘ आयुष्मान भारत’’ योजना के तहत गरीबों का मुफ्त इलाज बंद कर दिया गया है। उन्होने कहा, ‘‘ हमारे द्वारा स्थापित सेवा केंद्रों को बंद करने और उन्हे आम आदमी क्लीनिक के रूप में पेश करने के लिए करोड़ो रूपया बर्बाद करने से वास्तव में राज्य की स्वास्थ्य प्रणाली चरमरा गई है।

     

    सरदार बादल के दौरे के दौरान उनके साथ चंदल ग्रेवाल, जगबीर बराड़, पवन टीनू, कुलवंत सिंह मनन, राजकुमार गुप्ता , अनिल जोशी और कबीर दास भी मौजूद थे।