संकट के लिए मुख्यमंत्री को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि मानसून से पहले नालों की सफाई के लिए कुछ भी नही किया गया तथा कहा कि अब तक कोई राहत कार्य शुरू नही किया गया

     

    अपनी तरफ से राहत उपायों की घोषणा करते हुए अकाली कार्यकर्ताओं से भी इस काम में मदद करने की अपील की

     

    मुक्तसर: शिरोमणी अकाली दल के अध्यक्ष सरदार सुखबीर सिंह बादल ने आज फाजिल्का , फिरोजपुर और मानसा जिलों में कपास और और धान की खड़ी फसलों को हुए नुकसान का आकलन करने के लिए गिरदावरी की मांग की तथा इसके अलावा जिन लोगों के घर लगातार बारिश के कारण तबाह हो गए उनके लिए तत्काल मुआवजा जारी करने की मांग की है।

     

    लांबी में बाढ़ग्रस्त गांवो का दौरान करते हुए अकाली दल अध्यक्ष ने कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि मुख्यमंत्री भगवंत मान ने अधिकारियों को खेतों और घरों से बाढ़ के पानी की निकासी की व्यवस्था करने के लिए निर्देश तक नही दिए हैं। उन्होने घोषणा की कि वह इसके लिए अपने निजी और सांसद स्थानीय क्षेत्र विकास योजना के फंड से धन देंगें साथ ही अकाली दल के कार्यकर्ताओं से बीमारियों को फैलने से रोकने के लिए प्रभावित गांवों में कीटनाशकों और दवाओं का छिड़काव करने का भी आग्रह किया।

     

    सरदार सुखबीर सिंह बादल ने मिढढ़ा, लालबाई, थर्जवाला,पक्की टिब्बी, सरदार मोतीसिंहराजा, बोदिवाला, खड़कसिंह , पन्नीवाला, नानकपुरा सहित एक दर्जन गांवों का दौरा किया तथा कहा कि हजारों एकड़ जमीन तबाह होने के बावजूद लोग पिछले पंद्रह दिनों से सरकार से राहत का इंतजार कर रहे हैं। उन्होने कहा, ‘‘ सरकार कोई काम नही कर रही, बीमारियां फैल रही हैं। अब भी प्रभावित क्षेत्रों से पानी की निकासी के लिए कुछ भी नही किया जा रहा है’’।

    अकाली दल अध्यक्ष ने मौजूद संकट के लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराते हुए कहा कि मानसून से पहले नालों की सफाई के लिए कोई प्रयास नही किया गया था। उन्होने कहा कि आप पार्टी की सरकार ने पिछले चार महीनों से किसानों को कोरी सहानुभूति ही दी है। उन्होने कहा, ‘‘ किसानों की भलाई के लिए कुछ भी ठोस कार्य नही किया गया और सफेद मक्खी के हमले से प्रभावित कपास किसानों को भी कोई मुआवजा नही दिया जा रहा है। ‘‘ भले ही मुख्यमंत्री ने किसानो को मूंग की खेती करने के लिए प्रोत्साहित किया था और 7,275 प्रति क्विंटल के न्यूनतम समर्थन मूल्य की घोषणा की थी , लेकिन दाल 4500 से 5000 प्रति क्विंटल के बीच की दरों पर ही बिकी है।