पांच साल में दूसरी बार सर्दी और बुखार जानलेवा बना है। अलग-अलग राज्यों में अब तक 178 लोगों की मौत हुई है, जबकि मरीजों की संख्या करीब 10 हजार हो चुकी है। देश में जानलेवा बने फ्लू पर जारी सरकारी रिपोर्ट यह जानकारी सामने आई है।रिपोर्ट के मुताबिक, केरल से लेकर गुजरात और हरियाणा से लेकर राजस्थान तक करीब 12 राज्यों में सबसे ज्यादा गंभीर प्रभाव देखने को मिल रहा है। यहां अब तक एक या उससे अधिक मरीज ने उपचार के दौरान दम तोड़ा है। नई दिल्ली स्थित राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी) ने इन्फ्लूएंजा ए के राष्ट्रीय प्रभावों को लेकर रिपोर्ट तैयार की है, जिसे केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को सौंपा है। रिपोर्ट में बताया कि साल 2019 के बाद यह दूसरा ऐसा साल है, जिसमें फ्लू सबसे ज्यादा जानलेवा बनता दिखाई दे रहा है। इसे स्वाइन फ्लू भी कहते हैं जो श्वसन रोग है। यह टाइप ए इन्फ्लूएंजा वायरस के कारण होता है।

    राज्यों को सतर्क रहने को कहा 
    रिपोर्ट के मुताबिक, इस साल जनवरी से लेकर अब तक पूरे देश में 9,473 लोग संक्रमित हुए हैं, जिनमें से 178 की मौत हुई है, जबकि पिछले साल 2023 में कुल 8,125 मामले और 129 मौत हुई। बीती 31 जुलाई तक पंजाब में 41, केरल में 34, गुजरात में 28, हरियाणा में 26, महाराष्ट्र में 19 और राजस्थान में 12 लोगों की बीमारी से मौत हुई है। वहीं, उत्तर प्रदेश और हिमाचल प्रदेश में क्रमश: दो और तीन रोगियों की मौत की सूचना मिली है। रिपोर्ट में इन राज्यों के अलावा असम, जम्मू कश्मीर, कर्नाटक और उत्तराखंड को भी इन्फ्लूएंजा प्रभावित राज्य माना गया है। साथ ही केंद्र की ओर से तत्काल इन राज्यों को सतर्क करने की सलाह देते हुए यहां फ्लू से संबंधित रोकथाम उपायों पर जोर देने की सिफारिश की है।

    2019 में था सबसे घातक
    साल 2019 से अब तक इन्फ्लूएंजा का प्रकोप दो बार सबसे ज्यादा देखा गया। 2019 में 28,798 मामले और 1,218 मौत दर्ज की गईं। इसके बाद 2022 में 13,202 मामले और 410 मौत हुई। अब इस साल के शुरुआती सात महीने में मरने वालों की संख्या करीब 200 तक पहुंची है।

    भीड़ से रहें दूर, मास्क का करें इस्तेमाल
    केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ निदेशक ने बताया कि इस साल कई तरह के संक्रामक रोगों के प्रसार में उछाल आने की आशंका है। इनमें स्थानीय प्रशासन के सहयोग से लोगों में जागरूकता से लेकर भीड़ से दूरी बनाए रखने और मास्क का इस्तेमाल करने की सलाह दी है। आम लोगों के लिए सलाह है कि यदि फ्लू के लक्षण जैसे बुखार, खांसी, गले में खराश, ठंड लगना, कमजोरी और शरीर में दर्द है जो खुद को घर में आइसोलेट रखें और चिकित्सा सलाह जरूर लें।