फरीदकोट (विपन मित्तल)

    एसजीपीसी व शिरोमणी अकाली दल द्वारा अपनी सजा पूरी कर चुके बंदी सिखों की रिहाई के लिए शुरु किए गए हस्ताक्षर अभियान के तहत आज एसजीपीसी अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी नजदीकी गांव सादिक के एतिहासिक गुरुद्वारा जंड साहिब में एकत्रित सभा पहुंचे। इस दौरान परमबंस सिंह बंटी रोमाणा भी उनके साथ थे।

    इस दौरान एसजीपीसी अध्यक्ष एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी ने कहा कि विगत दो वर्षों से बंदी सिखों की रिहाई के लिए हमारी ओर से प्रयास किए जा रहे हैं। लेकिन सरकार के कानों पर जूं तक नहीं रेंगी। जिसके बाद यह हस्ताक्षर अभियान बड़े पैमाने पर चलाया जा रहा है। जिसे विदेशों में बैठे सिखों ने ही नहीं बल्कि अन्य कौमों ने भी सोशल मीडिया के माध्यम से इसका समर्थन किया है। जिसके अधिक से अधिक लोगों का फतवा सरकार तक पहुंचे। उन्होंने कहा कि इसके लिए बहुत सहयोग मिल रहा है और इसी के चलते हल्का स्तर पर इस तरह के कार्यक्रम करवाए जा रहे हैं। इस दौरान अजनाला कांड पर उन्होंने कहा कि श्री अकाल तख्त के जत्थेदार साहिब से नोटिस लेकर कमेटी गठित की गई है जो सभी मामलों में रिपोर्ट तैयार करेगी।बेअदबी मामलों की सुनवाई पंजाब से बाहर किए जाने की डेरा प्रेमियों की मांग सुप्रीम कोर्ट द्वारा माने जाने के पश्चात बहिबल इंसाफ मोर्चा के नेतृत्व कर रहे सुखराज सिंह नियामीवाला ने कहा कि सिखों को एकत्रित होकर इसके खिलाफ एक अपील डालनी चाहिए। उन्होंने कहा कि पंजाब से बाहर सुनवाई होने के चलते गवाहों को बाहर जाने में परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। जिसके चलते केस प्रभावित होगा। इसलिए मुख्य दोषियों को सजा दिलाने के लिए यह अपील की जानी चाहिए।