सत्य बोलने और हमेशा सत्य आचरण करते रहने से व्यक्ति का आत्मबल बढ़ता है:-आप नेता सुभाष गोरिया

    जालंधर (विक्की सूरी) : शास्त्रों में आत्मा, परमात्मा, प्रेम और धर्म को सत्य माना गया है,सत्य से बढ़कर कुछ भी नहीं। सत्य के साथ रहने से मन हल्का और प्रसन्न चित्त रहता है। मन के हल्का और प्रसंन्न चित्त रहने से शरीर स्वस्थ और निरोगी रहता है। सत्य की उपयोगिता और क्षमता को बहुत कम ही लोग समझ पाते हैं। सत्य बोलने से व्यक्ति को सद्गति मिलती है। गति का अर्थ सभी जानते हैं।यह उक्त विचार समाज सेवक आप नेता सुभाष गोरिया ने शहर के विभिन्न धार्मिक स्थानों से आशीर्वाद लेने के उपरांत सभी संस्थाओं के प्रतिनिधियों एवं श्रद्धालुओं को कहे।समाज सेवक आप नेता सुभाष गोरिया ने कल्याणपुर में स्तिथ दरबार हज़रत पीर मोहकमदिन शाह जी,जालंधर वेस्ट में पड़ते बाबा ईच्छा धारी,जय गुगा याहर पीर,जय बाबा काली पीर जी और कोट सदीक में पड़ती इच्छा धारी बर्मी दरबार पर विशेष तौर पर पहुंचकरआशीर्वाद लिया।

    इस दौरान समाज सेवक आप नेता सुभाष गोरिया ने कहा कि सत्य बोलने और हमेशा सत्य आचरण करते रहने से व्यक्ति का आत्मबल बढ़ता है। मन स्वस्थ और शक्तिशाली महसूस करता है। डिप्रेशन और टेंशन भरे जीवन से मुक्ति मिलती है। शरीर में किसी भी प्रकार के रोग से लड़ने की प्रतिरोधक क्षमता का विकास होता है। सुख और दुख में व्यक्ति सम भाव रहकर निश्चिंत और खुशहाल जीवन को आमंत्रित कर लेता है।उन्होंने कहा कि हमारे समाज में बुजुर्ग हमेशा से परिवार के मुखिया के तौर पर सम्मानिय रहे हैं। सयुंक्त परिवार में तो बुजुर्ग की अहमियत सबसे ज्यादा रही है। परिवार को एक सूत्र में पिरोने का कार्य हमेशा से हमारे बुजुर्गों ने किया है।उन्होंने समाज में से भेदभाव को दूर करने के लिए भी प्रेरित किया और सभी को आपस में मिलजुल कर रहने की प्रेरणा दी। उनके जीवन से प्रेरणा लेकर हमें समाज की भलाई के काम करने चाहिएं। इस दौरान सभी संस्थाओं द्वारा समाज सेवक आप नेता सुभाष गोरिया को विशेष तौर से पहुंचने पर माँ की चुनरी व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित भी किया गया।