चंडीगढ़ : पंजाब विधानसभा का दो दिवसीय सत्र आज शुरू हो चुका है। इस दौरान पेपरलेस कामकाज शुरू हो गया है। सभी विधायकों को टैबलेट दिए गए हैं, जिस पर वे अपना काम करेंगे। पंजाब विधानसभा सत्र में जैसे ही मुख्यमंत्री भगवंत मान ने संबोधन शुरू किया तो प्रताप सिंह बाजवा ने बोलना शुरू कर दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि सबसे पहले मैं बधाई देना चाहूंगा कि हमने अगली बैठक में हर सीट पर एक कंप्यूटर रखने का वादा किया था, वह पूरा हो गया है लेकिन जो लोग उस दिन नहीं आए थे वे भी इसका उपयोग कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि कुछ बातें चल रही थीं। जब प्रताप सिंह बाजवा साहब ने अरविंद केजरीवाल का नाम लिया तो मुख्यमंत्री ने कहा कि केजरीवाल तो आपके सपनों में भी आने लगे हैं। इस बीच प्रताप सिंह बाजवा और मुख्यमंत्री के बीच तीखी बहस हुई। सी.एम. मान ने इस दौरान कहा कि प्रताप बाजवा का अंहकार बोल रहा है, मुझे तू कह कर बुला रहे हैं। क्या 1 नवंबर को ये ओपन डिबेट में आएंगे? सी.एम. मान ने प्रताप बाजवा को डिबेट में आने का चैलेंज किया और कहा कि आ जाना वहां पर हिसाब करेंगे।
इस दौरान प्रताप बाजवा ने सी.एम. मान के चैलेंज को स्वीकर किया और कहा कि वहा 1 नवंबर को होने वाली डिबेट में आएंगे। मुख्यमंत्री मान ने कहा कि प्रताप सिंह बाजवा बेहद अहंकारी हैं। विपक्ष ने सदन में जमकर हंगामा किया। उन्होंने कहा कि प्रताप सिंह बाजवा की बोलने की शैली पूरी तरह से गलत है। स्पीकर संधवां ने सभी से सदन की गरिमा बनाए रखने का आग्रह किया, लेकिन विपक्ष शांत नहीं हुआ। इस सत्र दौरान सी.एम. मान ने कहा कि पंजाब सरकार दिसंबर महीने में कोई जश्न वाला समागम नहीं करेगी।